सीबीआई आफिस के गेट पर एएसआई वीरेंद्र सिंह पर तीर से हमला

दिनेश डेढ़ माह पहले भी सीबीआई दफ्तर आया था, लेकिन तब उसे वापस भेज दिया गया था हालांकि, उसने दोबारा दफ्तर क्यों आने की कोशिश की, इसका स्पष्ट जवाब वह नहीं दे पा रहा है। पुलिस उसके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है।

 

 

लखनऊ ; दो दिन पहले सीबीआई दफ्तर में तैनात एएसआई पर तीर से हमला किया गया रविवार को इसका वीडियो सामने आया है। आरोपी दिनेश मुर्मू धनुष की कमान में तीर लेकर आफिस पहुंचा गेट पर तैनात एएसआई वीरेंद्र सिंह के सीने में तीर मार दिया वह बचने के लिए अंदर की तरफ भागे तो आरोपी उनके पीछे भागा अंदर घुसकर उन पर दूसरी बार तीर से हमला किया इससे वहां पर भगदड़ मच गई मौजूद सुरक्षाकर्मी बचने के लिए छिपने लगे फिर एक कर्मी ने किसी तरह हिम्मत करके आरोपी पर लाठी से वार किया इससे वह थोड़ा नरम पड़ा इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया हजरतगंज स्थित सीबीआई दफ्तर में शुक्रवार दोपहर बिहार के मुंगेर निवासी दिनेश मुर्मू ने सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एएसआई वीरेंद्र सिंह को सीने पर तीर मारकर घायल कर दिया उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कर्मचारियों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया केस दर्ज कर दिनेश को गिरफ्तार कर लिया गया है।

डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि एएसआई वीरेंद्र सिंह लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात हैं और सीबीआई दफ्तर की सुरक्षा में नियुक्त हैं। शुक्रवार दोपहर झोला लेकर दिनेश दफ्तर पहुंचा और गेट के किनारे बैठ गया एएसआई ने दफ्तर आने का कारण पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया बाहर जाने के लिए कहा तो दिनेश भड़क उठा कुछ कदम चलने के बाद झोले से तीर धनुष निकाल कर एएसआई पर हमला कर दिया पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में उसकी मानसिक स्थिति सामान्य नहीं लग रही है। दिनेश पूर्व में रेलवे में गैंगमैन था। उसने काफी साल पहले वाराणसी में तैनाती के दौरान रेलवे में निरीक्षक पर 200 रुपये रिश्वत लेने की शिकायत सीबीआई की एंटी करप्शन टीम से की थी, जिसमें आरोपी दरोगा को सजा भी हुई थी। हजरतगंज स्थित सीबीआई दफ्तर में शुक्रवार दोपहर बिहार के मुंगेर निवासी दिनेश मुर्मू ने सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात एएसआई वीरेंद्र सिंह को सीने पर तीर मारकर घायल कर दिया एसीपी विकास जायसवाल और इंस्पेक्टर विक्रम सिंह सीबीआई दफ्तर पहुंचे पुलिस आरोपी को थाने ले आई धनुष और छह तीर बरामद किए हैं।

 

शुरुआती जांच में उसकी मानसिक स्थिति सामान्य नहीं लग रही है। बताया जा रहा है कि दिनेश डेढ़ माह पहले भी सीबीआई दफ्तर आया था, लेकिन तब उसे वापस भेज दिया गया था हालांकि, उसने दोबारा दफ्तर क्यों आने की कोशिश की, इसका स्पष्ट जवाब वह नहीं दे पा रहा है। पुलिस उसके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है। पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि दिनेश पूर्व में रेलवे में गैंगमैन था। उसने काफी साल पहले वाराणसी में तैनाती के दौरान रेलवे में निरीक्षक पर 200 रुपये रिश्वत लेने की शिकायत सीबीआई की एंटी करप्शन टीम से की थी, जिसमें आरोपी दरोगा को सजा भी हुई थी।एसीपी हजरतगंज ने बताया कि आरोपी के पास से बरामद तीर की लंबाई दो फीट है। उसमें लगे फल की लंबाई करीब तीन से चार इंच की है। पूछताछ में आरोपी दिनेश ने बताया कि उसने घर पर ही धनुष व तीर बनाया था। वह ट्रेन से बिहार से लखनऊ आया था। दिनेश ने एएसआई वीरेंद्र सिंह को चार फीट दूर से तीर मारा था। अगर यही दूरी और होती तो तीर का फोर्स अधिक होता और एएसआई को गंभीर चोट लगती दिनेश ने एएसआई वीरेंद्र सिंह को चार फीट दूर से तीर मारा था।

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