लखनऊ जिला जेल के सर्किल नंबर एक के हाता नंबर दो में बंद एक कैदी ने मंगलवार देर शाम फांसी लगा ली। यह देख जेल अधिकारियों के बीच खलबली मच गई है। कैदी अंसार अहमद मूल रूप से सुलतानपुर के कुड़वार का रहने वाला था। इं
लखनऊ, लखनऊ जिला जेल के सर्किल नंबर एक के हाता नंबर दो में बंद एक कैदी ने मंगलवार देर शाम फांसी लगा ली। रस्सी के सहारे उसका शव फंदे पर लटका मिला। यह देख जेल अधिकारियों के बीच खलबली मच गई है। कैदी अंसार अहमद मूल रूप से सुलतानपुर के कुड़वार का रहने वाला था।
इंस्पेक्टर गोसाईगंज शैलेंद्र गिरी के मुताबिक अंसार जेल में बंद था। उसकी तबियक खराब हुई थी। बीते दिसंबर माह में केजीएमयू में भर्ती कराया गया था। केजीएमयू से अभिरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों को चकमा देकर वह भाग निकला था। चौक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उसे जेल भेजा गया था। तब से वह जिला जेल में था। जेल में उसके पास रस्सी कहां से और कैसे आयी। इसके अलावा अन्य बिंदुओं की पड़ताल की जा रही है। बुधवार को डाक्टरों के पैनल ने वीडियो ग्राफी के साथ शव का पोस्टमार्टम किया। मामले की जानकारी कैदी के परिवारीजन को भी दे दी गई है।
कुड़वार थाने के दुल्लापुर निवासी अंसार अहमद पुत्र सनाउल्लाह को गत वर्ष 10 अगस्त को मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में जिला कारागार में बंद किया गया था। खून की उल्टियां होने पर उसको तीन दिसंबर को लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। इसी दिन वह बंदी रक्षकों को चकमा देकर फरार हो गया था। इस मामले में दो बंदी रक्षक निलंबित हुए थे । कारागार प्रशासन ने लखनऊ के चौक थाने में फरार बंदी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लखनऊ के चौक थानाध्यक्ष कुलदीप दुबे ने बताया कि फरार होने के एक हफ्ते बाद ही अंसार को चौक स्थित एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया गया था। तब से वह जेल में निरुद्ध था।