गुजरात के सूरत शहर के पांडेसरा इलाके में गुरुवार को 12 बजे उस वक़्त सनसनी फ़ैल गई, जब झाड़ियों के पास से से एक 12 वर्षीय बच्चे का खून से लथपथ शव बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि बच्चा पास ही रहने वाली बस्ती के श्रमिक परिवार का इकलौता बेटा था। झाड़ियों के पास में जहाँ से उसका शव बरामद हुआ था। वहीं, पर एक खून से सना हुआ लकड़ी का डंडा भी मिला है। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, लेकिन अभी तक बच्चे की हत्या का कारण पता नहीं चल सका है।
पुलिस ने बताया किशहर के पांडेसरा इलाके में श्रीलाल यादव पेशे से वह मजदूर हैं। वे यहीं अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका एक 12 वर्षीय बेटा आंशू यादव पांचवीं कक्षा का छात्र था। बच्चे के माता-पिता सुबह ही काम पर निकल गए थे और बेटा घर के पास ही खेल रहा था। इसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा।
वहीं, रास्ते से गुजर रहे कुछ स्थानीय लोगों ने दोपहर करीब 12 बजे के करीब झाड़ियों के पास एक शव देखा, करीब से देखा गया तो आंशू के पड़ोसियों ने उसे पहचान लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पड़ोसियों ने फोन पर माता-पिता को भी सूचना दी।
दरअसल, बच्चे के पिता श्रीलाल यादव, मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले है और यहाँ रहकर वे मजदूरी का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वहीं, बेटे का भी कभी किसी से विवाद नहीं हुआ था। इसके बाद भी आखिर उनके बच्चे की हत्या क्यों कर दी गई।