जम्मू संभाग में तीन आतंकी हमलों के बाद सेना आतंकियों की तलाश में जुटी है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए और अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर में स्थिति की समीक्षा की है। प्रधानमंत्री को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा संबंधी स्थिति की पूरी जानकारी दी गई। उन्हें आतंकवाद विरोधी प्रयासों से अवगत भी कराया गया
जम्मू। जम्मू में रियासी आतंकी हमले और कठुआ में सेना के साथ दहशतगर्दों की मुठभेड़ के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात संवेदनशील बन गए हैं। पुलिस और सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। जबकि अन्यों की तलाश जारी है। इसे लेकर जम्मू संभाग में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए अजित डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर में स्थिति की समीक्षा की है। प्रधानमंत्री को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा संबंधी स्थिति की पूरी जानकारी दी गई। उन्हें आतंकवाद विरोधी प्रयासों से अवगत भी कराया गया। वहीं, प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से आतंकवाद विरोधी क्षमताओं का पूरा उपयोग करने के लिए कहा है।
गृह मंत्री अमित शाह से की वार्ता
समाचार एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह से बात की और सुरक्षाबलों की तैनाती तथा आतंकवाद विरोधी अभियानों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात की और जम्मू-कश्मीर में स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री को स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
नौ जून को हुआ था पहला हमला
जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिवखोड़ी से आ रही एक बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में नौ लोगों की जान चली गई। जबकि 41 श्रद्धालु घायल हो गए। इसके तीन दिन बाद 11 जून की शाम दहशतगर्दों ने कठुआ में दूसरे हमले को अंजाम दिया। आतंकियों ने हीरानगर सेक्टर में कूटा मोड के पास सैदा सुखल गांव पर हमला किया। उस दौरान सेना ने एक आतंकी को ढेर कर दिया। जबकि अन्य आतंकी को सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान में अगले दिन मार गिराया। इसी के साथ 11 जून को ही आतंकियों ने डोडा में तीसरा आतंकी हमला किया। यहा हमला भद्रवाह इलाके में सेना के शिविर पर हुआ जिसमें छह जवान जख्मी हो गए थे।