दिल्ली मुंबई और बेंगलुरु जैसे महानगरों को पछाड़कर इंदौर स्वच्छता में शीर्ष पर है तो उसके पीछे सक्रिय सरकारी मशीनरी व जनसहभागिता के अलावा आइआइएम इंदौर का योगदान भी कम नहीं है। इंदौर की तरह ही लखनऊ भी स्वच्छता रैंकिंग में आगे बढ़े इसके लिए लखनऊ नगर निगम को आइआइएम इंदौर का साथ मिला है। आइआइएम इंदौर और लखनऊ नगर निगम के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
लखनऊ: दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे महानगरों को पछाड़कर इंदौर स्वच्छता में शीर्ष पर है तो उसके पीछे सक्रिय सरकारी मशीनरी व जनसहभागिता के अलावा आइआइएम इंदौर का योगदान भी कम नहीं है। इंदौर की तरह ही लखनऊ भी स्वच्छता रैंकिंग में आगे बढ़े इसके लिए लखनऊ नगर निगम को आइआइएम इंदौर का साथ मिला है।
आइआइएम इंदौर व लखनऊ नगर निगम के बीच करार
शुक्रवार को आइआइएम इंदौर और लखनऊ नगर निगम के बीच एक एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए। स्वच्छता के अलावा आइआइएम इंदौर लखनऊ की चिकनकारी की ब्राडिंग और मार्केटिंग भी करेगा जिसके लिए लखनऊ जिला प्रशासन से एक समझौता हुआ है।
लखनऊ भी स्वच्छता में आ सकता है शीर्ष पर?
आइआइएम इंदौर के निदेशक हिमांशु राय और नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने जिलाधिकारी कार्यालय में स्वच्छता पर मिलकर काम करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर हिमांशु राय ने कहा कुशल प्रबंधन और जनसहभागिता से इंदौर की तरह लखनऊ भी स्वच्छता में शीर्ष पर आ सकता है।
लखनऊ को और स्वच्छ बनाने पर दिया जायेगा ध्यान
लखनऊ को और स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम के साथ मिलकर काम करेंगे। संसाधनों का कैसे और बेहतर इस्तेमाल हो इस पर बात करेंगे। स्मार्ट सिटी लखनऊ के लिए क्या प्राथमिकताएं होनी चाहिए इस पर काम करेंगे। वहीं लखनऊ की चिकनकारी को लेकर भी आइआइएम के निदेशक हिमांशु बेहद उत्साहित दिखे।
कामगारों के हुनर को और पहचान दिलाने के लिए किया जायेगा काम
हिमांशु ने कहा कि लखनऊ में चिकन पर हाथ से बेहद बारीक काम किया जाता है, जिसमें बहुत मेहनत लगती है। हालांकि आजकल मशीन से की जा रही कढ़ाई ज्यादा बेहतर दिखती है। इसके बावजूद लोग हाथ के काम के लिए अधिक खर्च करने को तैयार हैं। इसका मतलब है कि ग्राहक कामगारों के परिश्रम और उसके पीछे छिपी कहानी का सम्मान करने के लिए अधिक खर्च कर रहा है। कामगारों के इसी हुनर को और पहचान दिलाने के लिए काम करेंगे। इसके अलावा अनियोजित तरीके से कारोबार कर रहे लोगों को फाइनेंस व मार्केट के बारे में जानकारी दी जाएगी।
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि चिकन को ओडीओपी में इसीलिए रखा है क्योंकि लाखों लोग इससे जुड़े हैं। मुझे उम्मीद है कि चिकन से जुड़े कामगारों और काराेबारियों के लिए आइआइएम ऐसा प्लेटफार्म तैयार करेगा जिससे भविष्य में बाजार की चुनौतियों से निपटा जा सकेगा।