तबादले निरस्त करने के मामले में स्वास्थ्य विभाग सबसे आगे है। प्रदेश में 48 चिकित्सकों के गलत ढंग से हुए तबादलों को शनिवार को निरस्त किया गया है। इसकी जांच भी प्रारंभ की गई है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में सरकार की तबादला नीति के खिलाफ कई विभाग में ट्रांफसर के मामले में अब एक्शन भी काफी तेजी से हो रहा है। पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य तथा अन्य विभाग में तबादलों को लेकर मचे बवाल के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के जांच का आदेश देने तथा अधिकारियों के खिलाफ एक्शन के बाद अब तबादले निरस्त भी हो रहे हैं।
तबादले निरस्त करने के मामले में स्वास्थ्य विभाग सबसे आगे है। प्रदेश में 48 चिकित्सकों के गलत ढंग से हुए तबादलों को शनिवार को निरस्त किया गया है। लेवल वन के 313 चिकित्सा अधिकारियों के किए गए नीतिगत का स्थानांतरण में 48 का नाम गलत ढंग से सूची में डाला गया था। इसके बाद काफी हंगामा होने के बाद मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में इसकी जांच भी प्रारंभ की गई है।
प्रदेश में 313 चिकित्सकों के ट्रांसफर में ऐसे चिकित्सकों के नाम गलत ढंग से सूची में अंकित किए गए थे जो लेवल 2 तथा लेवल 3 के आयुष दंत अन्य संवर्ग के थे। इसके कारण ही इन इन सभी 48 चिकित्सकों का स्थानांतरण रद कर दिया गया है। लेवल टू, लेवल थ्री और आयुष डाक्टरों के तबादले चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय स्तर से कर दिए गए थे। जबकि लेवल टू, लेवल थ्री के डाक्टरो का स्थानांतरण सिर्फ शासन स्तर से ही किया जा सकता है। इस मामले में अपर निदेशक (कार्मिक) के पद से सेवानिवृत्त हुए डा. अनुराग भार्गव के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए जा चुके हैं।