आग लगने पर उसे काबू करने के लिए फायर हाइड्रेंट बनाए गए थे लेकिन धीरे धीरे वह गायब हो गए हैं। जो काम नहीं कर रहे हैं जिससे कभी भी आग लगने की घटना में पानी की जरूरत होने पर अग्निशमन गाड़ियों को दूर दूर जाना पड़ता है।
हरदोई, शार्ट सर्किट से कपड़ों और साड़ियों के शोरूम में आग लग गई। लपटें देखकर आसपास के लोगों को जानकारी हुई, लेकिन तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। अग्निशमन की तीन गाड़ियों ने काफी प्रयास कर आधी रात के बाद आग बुझाने में सफलता हासिल की। दुकान में सभी साड़ियां और कपड़ों समेत अन्य सामान जलकर राख हो गए और काफी नुकसान बताया जा रहा है।
रद्देपुरवा मार्ग पर राजू गुप्ता का कपड़ों और साड़ियों का शोरूम है। रोजाना की तरह बुधवार की शाम भी वह दुकान बंद करके घर चले गए थे। उनकी दुकान काफी लंबी और गली में है। किसी तरह रात में दुकान में आग लग गई और धीरे धीरे सुलगती रही। दुकान के अंदर होने से किसी को जानकारी नहीं लग सकी, लेकिन आधी रात के बाद जब लपटें उठने लगीं तो लोगों को पता चला और दुकानदार को सूचना देने के साथ ही लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके।
इसके बाद अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई। पहले एक गाड़ी आई, लेकिन आग इतनी ज्यादा फैल चुकी थी कि कोई नियंत्रण नहीं हो सका। फिर तीन गाड़ियों को बुलाया गया और तीन घंटे लगातार प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका। दुकानदार राजू गुप्ता ने बताया कि दुकान का सारा सामान जलकर राख हो गया है, जिसमें करीब 20 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। सीओ सिटी विनोद द्विवेदी ने बताया कि शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट सामने आया है।
गायब हो गए फायर हाईड्रेंट : शहर में किसी स्थान पर आग लगने की स्थिति में उस पर काबू के लिए फायर हाइड्रेंट बनाए गए थे, देखा जाए तो शहर के विभिन्न स्थानों पर 25 फायर हाइड्रेंट हैं, लेकिन धीरे धीरे वह गायब हो गए हैं। कहीं उनके ऊपर सड़क बन गए तो कहीं काम नहीं कर रहे हैं, जिससेे कभी भी आग लगने की घटना में पानी की जरूरत होने पर अग्निशमन गाड़ियों को दूर दूर जाना पड़ता है और आग पर नियंत्रण नहीं हो पाता।