हरदोई के जलालपुर विद्युत उपकेंद्र क्षेत्र में एक संविदा बिजलीकर्मी की करंट लगने से मौत हो गई। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया। हालांकि एसडीएम कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को समझाने में कामयाब रहे।
हरदोई, बिलग्राम क्षेत्र के जलालपुर उपकेंद्र के गांव में एक टावर की बिजली ठीक करते समय संविदाकर्मी लाइनमैन की करंट से झुलसकर मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने कन्नौज-बिलग्राम मार्ग पर एक घंटे तक शव रखकर जाम लगाया। एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाकर शांत कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के बगुलिया गांव के मजरा नेकपुर नेवादा के रामचरन बिजली विभाग में संविदाकर्मी थे, जैसा कि उनकी पत्नी सीमा ने बताया कि शनिवार को वह छिबरामऊ फीडर का शटडाउन लेकर अतर्क्षाखुर्द की लाइन पर कार्य करने गए थे।
उन्होंने पावरहाउस से शटडाउन मांगा। टावर की बिजली ठीक करते समय करंट की चपेट में आकर उनकी मौत हो गई। वहीं ग्रामीणों व परिजनों ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कन्नौज-बिलग्राम मार्ग पर शव रखकर एक घंटा तक जाम लगाए रखा। इसके बाद कई थानों की पुलिस पहुंची और जाम खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन जाम नहीं खुला। एसडीएम राहुल कश्यप विश्वकर्मा, क्षेत्राधिकारी एसके सिंह के आश्वासन के बाद जाम खुल सका। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वहीं मृतक के परिजनों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि रामचरन को टावरकर्मी द्वारा बुलाया गया। शटडाउन लेकर जब वह काम करने लगा। इसी बीच लाइन दोबारा चालू हो गई, जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग की है।
आए दिन हो रहीं हैं घटनाएंः बिजली कर्मी अपनी जान पर खेलकर काम करते हैं। न तो उनके पास संसाधन हैं और न ही सुरक्षा के अन्य इंतजाम। सबसे खास बात तो यह कि शट डाउन के बाद भी बिजली आपूर्ति शुरू हो जाने से ऐसी घटनाएं हो रही हैं और इनमें ही घरवाले हत्या का आरोप लगाते है।