इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने बैंकों को वित्तीय लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन इंटरचेंज शुल्क 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये और सभी केंद्रों में गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये करने की भी अनुमति दी थी। यह 1 अगस्त 2021 से प्रभावी था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बैंक ग्राहकों को 1 जनवरी से ATM से नकद निकासी के लिए पहले की तुलना में अधिक भुगतान करना होगा। मुफ्त मासिक सीमा समाप्त होने के बाद बढ़ा हुआ शुल्क लागू होगा। ग्राहकों को अपने-अपने बैंकों से बढ़े हुए शुल्क के बारे में मैसेज आ रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जून में घोषणा की थी कि देश के बैंकों को अब यूजर्स के लिए मुफ्त मासिक सीमा से अधिक नकद और गैर-नकद ATM लेनदेन के लिए शुल्क बढ़ाने की अनुमति है। दरों में यह बदलाव 1 जनवरी, 2022 से लागू होगा। RBI ने पहले जारी एक सर्कुलर में कहा, बैंकों को प्रति लेनदेन 21 रुपये तक बढ़ाने की अनुमति है। यह वृद्धि 1 जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी।
Axis Bank ने कहा कि आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार एक्सिस बैंक या अन्य बैंक के एटीएम में मुफ्त सीमा से ऊपर का वित्तीय लेनदेन शुल्क 21 रुपये + जीएसटी होगा जो 01-01-22 से प्रभावी होगा। जनवरी से ग्राहकों को मुफ्त लेनदेन की मासिक सीमा से अधिक होने पर 20 रुपये के बजाय प्रति लेनदेन 21 रुपये का भुगतान करना होगा। ग्राहक अपने बैंक एटीएम से हर महीने पांच मुफ्त लेनदेन (वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेन सहित) के लिए पात्र रहंगे। वे मेट्रो केंद्रों में अन्य बैंक के एटीएम से तीन और गैर-मेट्रो केंद्रों में पांच मुफ्त लेनदेन भी कर सकेंगे।
इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने बैंकों को वित्तीय लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन इंटरचेंज शुल्क 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये और सभी केंद्रों में गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये करने की भी अनुमति दी थी। यह 1 अगस्त 2021 से प्रभावी था।