बालाजी ने कहा कि गेंदबाजी के प्रति युवाओं का रुझान हुआ है। पहले 10 में से 9 युवा क्रिकेटर विराट कोहली सचिन तेंदुलकर या फिर धौनी की तरह बनना चाहता था लेकिन अब ये युवा जसप्रीत बुमराह मो. शमी या फिर जहीर खान की तरह बनना चाहते हैं।
नई दिल्ली, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली मौजूदा दौर के सबसे बेस्ट बल्लेबाजों में से एक गिने जाते हैं और बतौर बल्लेबाज उन्होंने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम कर रखे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक 70 शतक लगाने वाले विराट कोहली कई युवा खिलाड़ियों को लिए रोल मॉडल हैं और नई पीढ़ी उनसे प्रेरित होती है, लेकिन टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज लक्ष्मपति बालाजी ने अपने एक बयान से सबको हैरानी में डाल दिया है। बालाजी का कहना है कि, एक वक्त था जब 10 में से 9 युवा क्रिकेटर विराट कोहली जैसा बनना चाहते थे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अब 10 में से 9 क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह की तरह बनना चाहते हैं।
आइपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी ने CRCKET NEXT से बात करते हुए कहा कि, पिछले कुछ वक्त से भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी आक्रमण पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत हुआ है। 1980 के दशक की बात करें तो कपिल देव तेज गेंदबाजी में सबका आदर्श हुआ करते थे और इसके बाद मनोज प्रभाकर फिर जवागल श्रीनाथ आए। इन खिलाड़ियों ने तेज गेंदबाज के तौर पर एक रास्ता बनाया। अब पिछले 6 वर्ष में कितने खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है इसकी गिनती करिए। दरअसल आप अगर फर्स्ट क्लास क्रिकेट या फिर आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आपको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
बालाजी ने कहा कि, गेंदबाजी के प्रति युवाओं का रुझान हुआ है। पहले 10 में से 9 युवा क्रिकेटर विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर या फिर धौनी की तरह बनना चाहता था, लेकिन अब ये युवा जसप्रीत बुमराह, मो. शमी या फिर जहीर खान की तरह बनना चाहते हैं। टी नटराजन तमिलनाडु के एक गांव से आए हैं और उन्होंने टीम इंडिया के लिए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की कमी पूरी की। ये सब गेंदबाजी के प्रति झुकाव की वजह से ही हुआ है और आज टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में 20 विकेट विरोधी टीमों के ले पा रही है ये अपने आप में कमाल है।