Indian Railways के 11.56 लाख कर्मचारियों को दशहरे से पहले बड़ा तोहफा मिला है। केंद्रीय कैबिनेट ने उनके 78 दिन के बोनस का ऐलान कर दिया है। बता दें कि Covid 19 के बाद भी Indian Railways ने 78 दिनों का बोनस देने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Indian Railways के 11.56 लाख कर्मचारियों को दशहरे से पहले बड़ा तोहफा मिला है। केंद्रीय कैबिनेट ने उनके 78 दिन के बोनस का ऐलान कर दिया है। बता दें कि Covid 19 के बाद भी Indian Railways ने 78 दिनों का बोनस देने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा था। केंद्रीय कैबिनेट ने जिसे मंजूर कर लिया है। रेल कर्मचारियों को बोनस के तौर पर लगभग 17,950 रुपए मिलेंगे।
78 दिन का Productivity Linked Bonus
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 78 दिन के Productivity Linked Bonus नॉन गजटेड कर्मचारियों के लिए है। इसमें Indian railways के कर्मचारी शामिल हैं। RPF/RPSF personnel इस बोनस के हकदार नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस फैसले से लाखों रेल कर्मचारियों को फायदा होगा।
नॉन गजटेड कर्मचारियों को मिलता है बोनस
रेलवे हर साल अपने नॉन गजटेड कर्मचारियों को Productivity Linked Bonus देता है। इसकी मियाद 75 दिन से 78 दिन की होती है। रेलवे की 75 दिन का बोनस देने की योजना थी, जिसका रेल कर्मचारी संगठनों के भारी विरोध किया। फिर रेलवे ने दिन बढ़ाकर 78 दिन कर दिए। हालांकि रेल कर्मचारियों डिमांड कर रहे हैं कि कम से कम 80 दिनों का बोनस मिलना चाहिए।
कैसे घोषित होती है प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस की रकम
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के सेक्रेटरी शिव गोपाल मिश्रा की मानें तो रेलवे हर साल 78 दिनों का बोनस देता है। इसमें 30 दिन के बोनस के तौर पर 7000 रुपये मिलते हैं। इसी बेसिस पर 78 दिन के बोनस की रकम कैलकुलेट होती है। शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक रेलवे में कर्मचारी इस समय कम हैं। इसलिए वर्क लोड भी एक-एक कर्मचारी पर काफी ज्यादा है। कर्मचारियों ने ज्यादा काम किया है, ऐसे में बोनस की रकम भी ज्यादा मिलना चाहिए।