दिन में एशियाई बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच और टाइटन विप्रो एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स 1100 अंक से अधिक या दो प्रतिशत लुढ़क गया था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार के लिए गुरुवार का दिन अच्छा नहीं रहा। Bse का मेन इंडेक्स जहां 581 अंक गिरकर 57,276 पर बंद हुआ। वहीं Nifty 50 167 अंक गिरकर 17110 अंक पर क्लोज हुआ। Sensex के ज्यादातर शेयरों में गिरावट रही। बैंकिंग शेयरों ने सेंसेक्स में गिरावट का कुछ हद तक रोका। इनमें सबसे ज्यादा 3 फीसद तक बढ़त दर्ज की गई।
इससे पहले दिन में एशियाई बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच और टाइटन, विप्रो, एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स 1,100 अंक से अधिक या दो प्रतिशत लुढ़क गया था। कारोबारियों के मुताबिक विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें जल्द बढ़ाने के संकेत से भी घरेलू शेयर बाजार की धारणा प्रभावित हुई है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड एस रंगनाथन ने कहा कि ‘चूंकि फेड ने प्रमुख ब्याज दरों को शून्य के करीब छोड़ दिया था, इससे वैश्विक बाजारों में तेजी चली गई। दूसरी तरफ एफपीआई भारतीय इक्विटी से मुनाफा बुक कर रहे हैं। हालांकि वैल्यू शेयरों ने पीएसयू बैंक इंडेक्स के साथ दोपहर के कारोबार में 5% से अधिक की रैली के साथ वापसी की। आईटी और फार्मा शेयरों में मुनाफा हुआ, कमाई के दम पर व्यापक बाजार में टेक्सटाइल शेयरों की मांग बढ़ी है।
पिछले सत्र में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 366.64 अंक यानी 0.64 प्रतिशत मजबूत होकर 57,858.15 अंक पर बंद हुआ था। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 128.85 अंक यानी 0.75 प्रतिशत लाभ के साथ 17,277.95 अंक पर बंद हुआ था। अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने बुधवार को संकेत दिए थे कि मुद्रास्फीति से निपटने के लिए वह मार्च में ब्याज दरें बढ़ा सकता है। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग, सियोल, शंघाई और तोक्यो में शेयर मध्य सत्र के सौदों में नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे।