बोर्ड के मुताबिक यदि कोई स्कूल इस निर्धारित समय सीमा के अंदर माडरेशन पूरा करने में विफल होता है तो उनका परिणाम 31 जुलाई के बाद अलग से घोषित किया जाएगा। बोर्ड के मुताबिक स्कूलों के समक्ष माडरेशन प्रक्रिया एक बड़ी जिम्मेदारी होगा।
नई दिल्ली, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं का परिणाम जारी करने से पहले स्कूलों को 11वीं-12वीं के अंकों का अनुशोधन (माडरेशन) कार्य पूरा करने के लिए पोर्टल खोला है। सीबीएसई ने स्कूलों को एक आधिकारिक नोटिस जारी कर स्कूलों को निर्देश दिया कि वह 11वीं-12वीं के अंकों का माडरेशन कार्य निष्पक्षता के साथ 16 से 22 जुलाई तक पूरा करे।
बोर्ड के मुताबिक यदि कोई स्कूल इस निर्धारित समय सीमा के अंदर माडरेशन पूरा करने में विफल होता है, तो उनका परिणाम 31 जुलाई के बाद अलग से घोषित किया जाएगा। बोर्ड के मुताबिक स्कूलों के समक्ष माडरेशन प्रक्रिया एक बड़ी जिम्मेदारी होगा। क्योंकि इस नीति में किसी भी तरह के अंतर की वजह से कुछ छात्रों लाभ या नुकसान हो सकता है। ऐसे में स्कूलों को अनिवार्य रूप से निष्पक्ष तरीके से अंक देने के लिए कहा गया है। ताकि किसी भी छात्र को किसी भी तरह का नुकसान या फायदा न हो। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई 12वीं का परिणाम 31 जुलाई को जारी किया जाएगा।
क्या है माडरेशन प्रक्रिया
सीबीएसई ने 12वीं का परिणाम जारी करने के लिए 10वीं, 11वीं और 12वीं की परीक्षाओं में मिले अंकों को आधार बनाया है। इसमें स्कूलों ने सीबीएसई के पोर्टल पर छात्रों को 11वीं और 12वीं में मिले मूल अंक अपलोड कर दिए। स्कूलों के द्वारा अंक अपलोड करने के बाद सीबीएसई ने पोर्टल को लाक कर दिया। अब सीबीएसई 16 जुलाई से फिर से पोर्टल खोल रहा है। स्कूलों को इसमें पहले से ही अपलोड किए गए अंकों का माडरेशन करना होगा। इसमें स्कूल मूल अंक में से पांच अंक बढ़ा या पांच अंक कम कर सकते हैं।