LIC के शेयरों की अगर स्टॉक मार्केट में कमजोर लिस्टिंग हुई तो देश के सबसे बड़े आईपीओ में पैसे लगाने वाले निवेशकों को बड़ी निराशा हो सकती है। इसमें देश के ऐसे लाखों छोटे निवेशकों ने निवेश किया है जिनके पास एलआईसी की पॉलिसी है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बीते दिनों से एलआईसी आईपीओ की काफी चर्चा चल रही है। एलआईसी के आईपीओ को उम्मीद से ज्यादा तीन गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। अब मंगलवार यानी कल शेयर बाजार में एलआईसी आईपीओ की लिस्टिंग होने वाली है। अगर एलआईसी के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग होती है, तो इसका असर स्टॉक मार्केट में पहली बार निवेश करने लोगों को पर ज्यादा पड़ेगा। लाखों निवेशकों को कल झटका भी लग सकता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम में शेयर बेचकर 2.7 बिलियन डॉलर जुटाए हैं, जिसमें एलआईसी पॉलिसी रखने वाले देश भर के लाखों परिवार शामिल हैं। यह स्टॉक मंगलवार को ऐसे समय में कारोबार करना शुरू करेंगे, जब दुनिया भर के बाजार यूक्रेन-रूस युद्ध और बढ़ती ब्याज दरों से प्रभावित हो रहे हैं।
लाखों लोगों को लग सकता है झटका
यदि स्टॉक खराब प्रदर्शन करता है, तो लाखों लोगों को झटका लग सकता है। बड़े निवेशकों को थोड़ा झटका लग सकता है, जबकि ऐसे छोटे निवेशकों को ज्यादा झटका लगेगा, जो इसमें पहली बार निवेश कर रहे हैं। बता दें कि एलआईसी ने शेयर बाजार में साल 2010 में एंट्री की थी। एलआईसी भारत के 21 राज्यों में काम कर रही है।
ब्लूमबर्ग के हवाले से रिसर्च कंपनी टीएस लोम्बार्ड के पॉलिटिकल एनालिस्ट अमिताभ दुबे ने कहा कि अगर मार्केट प्राइस गिरता है, तो लोगों का मूड खराब हो सकता है। वहीं, सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ सकता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय के एक पूर्व टॉप ब्यूरोक्रेट्स सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि एलआईसी के एक दिग्गज होने के भावनात्मक तर्क और इसके ब्रांड मूल्य को रिटेल निवेशकों के लिए लाभप्रदता में बदलने की जरूरत है। पिछले कुछ हफ्तों से स्टॉक मार्केट में हालात काफी कमजोर बने हुए हैं। इंडियन मार्केट्स में फॉरेन इनवेस्टर्स पिछले साल अक्टूबर से 24 अरब डॉलर की सेलिंग कर चुके हैं। पिछले पांच हफ्ते से सेंसेक्स और निफ्टी लगातार गिर रहे हैं।
एलआईसी पर लाखों लोगों का विश्वास
भारत की घरेलू कंपनी है, जिस पर लाखों लोगों का विश्वास है। देश भर में एलआईसी की 2,000 शाखाएं हैं और 1 लाख से अधिक कर्मचारी और 286 मिलियन पॉलिसी हैं। इस 65 साल पुरानी फर्म के पास लगभग 500 बिलियन डॉलर की संपत्ति है और 250 मिलियन पॉलिसी धारक हैं, जो बाजार का लगभग दो-तिहाई हिस्सा हैं।