लखनऊ में गुरुवार की सुबह गमगीन माहौल में 19वीं रमजान का जुलूस निकाला गया। इस दौरान रोजेदारों के हाथ जियारत को बुलंद हो गए। इस दौरान पुलिस अधिकारी मातहतों के साथ जुलूस के साथ मार्च करते नजर आए।
लखनऊ । गुरुवार सुबह गमगीन माहौल में गिलीम के ताबूत (19वीं रमजान का जुलूस) निकला, तो रोजेदारों के हाथ जियारत को बुलंद हो गए। भूखे-प्यासे अजादारों ने नम आंखों से शबीह-ए-मुबारक की जियारत कर आंसुओं का पुरसा पेश किया। जुलूस के आगे बढ़ते ही, सिर झुकाए अजादार नंगे पांव जुलूस के साथ-साथ हो चले।
इस दौरान पुलिस अधिकारी मातहतों के साथ जुलूस के साथ मार्च करते नजर आए। सुबह 7:00 बजे जुलूस का अगला सिरा नक्खास चौराहे के पास पहुंचा। दिल्ली में धार्मिक रैली के दौरान हुए हिंसा के बाद यूपी में भी अलर्ट है। चार मई तक पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
सुरक्षा के लिहाज से पुराने लखनऊ में संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल मुस्तैद नजर आए। डीसीपी पश्चिम सोमेन बर्मा व एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा पुलिस बल के साथ निगरानी कर रहे हैं। पीएसी और पुलिसकर्मी अलग-अलग स्थानों पर नजरें जमाए हुए हैं। ड्रोन कैमरों से जुलूस की निगरानी की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी मानिटरिंग के लिए पुलिस लगाई गई है। पुलिस आयुक्त ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बदला है यातायात भी : जुलूस के मद्देनजर गुरुवार को पुराने लखनऊ की यातायात व्यवस्था सुबह 5:30 बजे से बदली रही। इस दौरान कई मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहा। जुलूस तड़के सआदतगंज स्थित रोजा-ए-काजमैन से शुरू होकर मंसूर नगर तिराहे से गिरधारी सिंह इंटर कालेज, टूड़ियागंज तिराहे से बाएं नक्खास पहुंचा। यहां से जुलूस मेफेयर तिराहा से नाजिम साहब का इमामबाड़ा, पाटा नाला चौकी के रास्ते शिया कालेज होते हुए इमामबाड़ा मो. तकी के पास पहुंचेगा। जुलूस के दौरान कमांडो व घुड़सवार पुलिस अलर्ट रही।