भारतवंशी दुनिया के 10 देशों में अब तक 31 बार सत्ता की बागडोर संभाल चुके हैं। ऋषि सुनक अगर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनते हैं तो भारतीय मूल के राष्ट्राध्यक्ष वाला यह 11वां देश होगा। ब्रिटेन में अब तक 20 भारतवंशी राजनेता रहे हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। खेल का मैदान हो या राजनीति की बिसात, भारतीय मूल के लोगों ने हर जगह अपनी गहरी छाप बना रखी है। क्षेत्र कोई भी जब किसी भारतवंशी का प्रदर्शन बेहतर होता है, तो पूरा भारत उसका जश्न मनाता है। ब्रिटेन में चल रहे प्रधानमंत्री के चुनावों (British PM Election 2022) में भी भारतीयों की कुछ ऐसी ही दिलचस्पी देखी जा रही है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक फिलहाल ब्रिटिश पीएम की रेस में सबसे आगे हैं और उनकी जीत के लिए यहां भी दुआएं मांगी जा रही है। हांलाकि वह ऐसे पहले राजनेता नहीं हैं।
ऋषि सुनक समेत ब्रिटेन में अब तक भारतीय मूल के 20 राजनेता रहे हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जिन्होंने सरकार में महत्वपूर्ण मंत्रालय अथवा विभागों की जिम्मेदारी संभाली है। ब्रिटिश राजनेताओं की इस सूची में सबसे पहला नाम है, सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा उर्फ सत्येंद्र प्रसन्ना सिन्हा का। ब्रिटिश शासन के दौर में उनका जन्म 24 मार्च 1863 को बंगाल रियासत के बीरभूम अंतर्गत रायपुर में हुआ था। ब्रिटिश राज में वह बिहार और उड़ीसा राज्य के पहले गवर्नर बने थे। बंगाल में एडवोकेट जनरल का पद संभालने वाले पहले भारतीय थे। ब्रिटिश भारत में वायसराय एग्जीक्यूटिव कमेटी का सदस्य बनने वाले पहले भारतीय बने। ब्रिटिश सरकार में शामिल होने वाले भी वह पहले भारतीय रहे हैं।
10 देशों में 31 भारतीय रह चुके हैं पीएम या राष्ट्रपति
भारतीय मूल के राजनेता अब तक 10 देशों में 31 बार बतौर प्रधानमंत्री अथवा राष्ट्रपति सत्ता संभाल चुके हैं। छह देश ऐसे हैं, जहां अब भी भारतवंशी राजनेता सत्ता के शीर्ष पर बैठे हैं। भारतीय मूल के राजनेताओं ने सबसे ज्यादा 10 बार मॉरीशस देश की सत्ता संभाली है। मॉरीशस में इसकी शुरूआत वर्ष 1968 में हुई थी।
अमेरिका में रहे हैं सबसे ज्यादा भारतवंशी राजनेता
दुनिया के 25 देशों में भारतीय मूल के कुल 313 राजनेता हुए हैं। भारतीय मूल के सबसे ज्यादा 41 राजनेता यूनाइटेड स्टेट मतलब अमेरिका में रहे हैं। दूसरे नंबर पर कनाडा है, जहां भारतीय मूल के 37 राजनेता रहे हैं। थाईलैंड, स्विटजरलैंड, स्पेन, पापुआ न्यू गिनी, नीदरलैंड, जापान, जमैका और आयरलैंड में भारतीय मूल के सबसे कम, एक-एक राजनेता रहे हैं।