74वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर 164 विधान सभा मोहान से निकाली गई विशाल रैली

युवा संघर्ष दल अध्यक्ष ने युवाओं एवं ग्रामीणों को गणतंत्र दिवस के बारे में बताते हुए किया जागरूक।

 

आवाज –ए–लखनऊ ~ संवाददाता महेन्द्र कुमार 

हसनगंज उन्नाव 164 विधानसभा मोहान ग्राम पंचायत मटरिया युवा संघर्ष दल के अध्यक्ष अभिषेक व बब्ली उर्फ रमेश पार्षद प्रत्याशी लखनऊ के नेतृत्व में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत मटरिया पंचायत भवन में किया गया ध्वजारोहण व निकाली विशाल रैली
युवा संघर्ष दल अध्यक्ष ने युवाओं एवं ग्रामीणों को गणतंत्र दिवस के बारे में बताते हुए जागरुक किया।
हम गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं
आज हम बात करेंगे स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 के दिन हमारा देश आजाद हुआ जबकि 26 जनवरी 1950 को जिसे हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं हमारा संविधान लागू हुआ था।
महामना भाग्य विधाता सिंबल ऑफ नॉलेज बोधिसत्व डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एक मात्र यही भारत के सबसे पढ़े लिखे व्यक्ति थे (जिनका नाम विश्व के पांच विद्वानों में आता है) जिन्होंने भारत का संविधान बनाया बाबा साहब को देश में क्यों नहीं जाना जाता क्योंकि वह शूद्र समाज से थे
संविधान के विशेषज्ञ (Professor. Dr. Philip Jenning)
वह बाबा साहब से इतना प्रभावित क्यों थे वह बाबा साहब के दोस्त थे इसलिए नहीं बल्कि इसके पीछे तीन मुख्य कारण है
बाबा साहब की शैक्षणिक योग्यता
(a) B.A. (Economic)
(b) M.A. (Economic)
(c) PhD. (Economic)
(d) M.Sc. (Economic)
(e) D.Sc. (Economic)
(f)Bar-at-law डिग्रियों के कारण उन्हें असाधारण भारतीय की पहचान मिली थी उस दौर में उनके समक्ष कोई इतना पढ़ा लिखा व्यक्ति नहीं था इस कारण बाबा साहब को एक Constitutional Expert कहा जाता है क्योंकि बाबा साहब चाहते थे कि दिए गए समय में भारत का संविधान लिख सकें और अपने दलित दबे कुचले भाइयों को अधिकार देकर ऊपर उठा सकें 9 नवंबर 1946 को पहली बैठक हुई और 26 नवंबर 1949 को अंतिम बैठक हुई थी जो 2 साल 11 महीने और 18 दिन में बनकर तैयार हुआ जिसके बाद 24 जनवरी 1950 को 284 सदस्यों ने इस पर हस्ताक्षर किए और 26 जनवरी 1950 को संविधान हमारे पूरे भारतवर्ष में लागू हुआ।संविधान सभा के प्रारूप समिति के सदस्य टी.टी. कृष्णमाचारी ने अपने भाषण में कहा कि मैं सदन के उन लोगों में से हूं जिन्होंने बाबा साहब की बात को ध्यान से सुना है मैं इस संविधान के ड्राफ्टिंग कमेटी में जुटे काम एवं उत्साह के बारे में जानता हूं कि संविधान का मसौदा तैयार करने में 7 सदस्यों में से एक सदस्य ने इस्तीफा दे दिया एक की मृत्यु हो गई एक संयुक्त राष्ट्र अमेरिका चले गए एक राज्य के काम में व्यस्त रहें एक या दो लोग स्वास्थ्य के कारण दिल्ली से दूर रहें और डॉक्टर अंबेडकर एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें संविधान निर्माण का सारा श्रेय जाता है
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा संविधान निर्माण में प्रदान की गई सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि मैंने राष्ट्रपति पद के तौर पर दैनिक गतिविधियों को नजदीक से देखा है इसलिए मैं दूसरों की तुलना में अधिक प्रशंसा करते हुए बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को धन्यवाद करता हूं मौके पर युवा संघर्ष दल के हजारों साथी पदाधिकारी व ग्रामीण रहे मौजूद।

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