बाह से 12 किलोमीटर उत्तर दिशा में यमुना नदी के किनारे बाबा भोलेनाथ की नगरी तीर्थ बटेश्वर धाम। यह कृष्ण भगवान के पूर्वज राजा सूरसेन की राजधानी रही। यमुना किनारे महादेव मंदिरों की अद्भुत श्रंखला। शौरीपुर स्थित ऐतिहासिक जैन मंदिर। इसी जगह पर सतयुग त्रेता और द्वापर युग का इतिहास छिपा हुआ है। अब इसी बटेश्वर धाम का विकास करने जा रही है सूबे की योगी सरकार।
आगरा, उत्तर प्रदेश में अब सरकार प्रमुख स्थलों को पर्यटकों के लिए तैयार कर रही है। अब आगरा को भी पर्यटकों के लिए विकसित किया जाएगा। यमुना किनारे स्थित शिव मंदिरों की श्रृंखला के लिए विख्यात बटेश्वर के विकास को प्रदेश सरकार अपना खजाना खोलेगी। बटेश्वर में लेजर शो के आयोजन के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक स्थल पर स्मारक का निर्माण किया जाएगा। बटेश्वर के विकास के लिए सूबे की योगी सरकार ने मन बना लिया है। इन योजनाओं पर 75 करोड़ रुपये व्यय होंगे। पर्यटन विभाग द्वारा आर्किटेक्ट से एस्टीमेट तैयार कराया जा रहा है। कार्तिक मास में बटेश्वर में लगने वाला पशु मेला पूरे उत्तर भारत में प्रसिद्ध है। प्रदेश सरकार बटेश्वर को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की स्मृतियों को संजोया जा रहा
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति को भी संजोया जा रहा है। उनके पैतृक स्थल पर 3.88 करोड़ रुपये से पर्यटन विकास का काम कराया गया है। यहां बटेश्वर धाम के पर्यटन विकास व सुंदरीकरण को 7.88 करोड़ रुपये की योजना पर काम चल रहा है। घाटों का सुंदरीकरण कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार की यहां पर्यटन विकास की 75 करोड़ रुपये की योजनाएं हैं।
मंदिरों का होगा संरक्षण
75 करोड़ रुपये में इस स्थान का कायाकल्प होगा और पर्यटन की दृष्टि से इसे विकसित किया जाएगा। इनमें मंदिरों का संरक्षण, पर्यटन सुविधाएं विकसित करने का काम किया जाएगा। पर्यटन विभाग द्वारा इसके लिए आर्किटेक्ट राहुल जादौन से एस्टीमेट तैयार कराए जा रहे हैं। इसके बाद इस स्थान का विकास किया जाएगा। पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए यहां निर्माण कार्य किए जाएंगे।
मंदिरों के साथ ही घाटों का भी होगा विकास
रविवार को आगरा आए पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बटेश्वर के विकास से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि बटेश्वर में मंदिरों के साथ ही घाटों के विकास का काम किया जा रहा है। जैन तीर्थ स्थल शौरीपुर में पर्यटन सुविधाएं विकसित की जा रही है।