अफगानिस्तान के घटनाक्रम को देखते हुए पीएम मोदी ने विदेश मंत्रालय को राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को ब्रीफ करने का निर्देश दिया है। ब्रीफिंग में लोगों को निकालने से लेकर अफगानिस्तान के हालात पर भी जानकारी दी जाएगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। अफगानिस्तान मसले को लेकर केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सरकार विभिन्न राजनीतिक दलों के संसदीय नेताओं को युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के घटनाक्रम से अवगत कराएगी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय (MEA) को राजनीतिक दलों के फ्लोर नेताओं को जानकारी देने का निर्देश दिया है।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘अफगानिस्तान के घटनाक्रम के मद्देनजर प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय को राजनीतिक दलों के फ्लोर नेताओं को ब्रीफ करने का निर्देश दिया है।’
सरकार की ब्रीफिंग में अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए चलाए जा रहे मिशन के साथ-साथ उस देश की स्थिति के आकलन पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। तालिबान ने देश से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद, काबुल सहित लगभग सभी प्रमुख शहरों और प्रांतों पर कब्जा कर लिया है।
अफगानिस्तान के घटनाक्रम को देखते हुए भारत पहले ही अफगान सिख और हिंदू समुदायों के सदस्यों सहित लगभग 730 लोगों को वापस ला चुका है। युद्धग्रस्त देश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए नाटो और अमेरिकी विमानों द्वारा अफगानिस्तान से निकाले जाने के कुछ दिनों बाद भारत ने सोमवार को कतर की राजधानी दोहा से चार अलग-अलग उड़ानों में अपने 146 नागरिकों को वापस लाया।
रविवार को दो अफगान सांसदों सहित 392 लोगों को तीन अलग-अलग उड़ानों के जरिए निकाला गया। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्ज़ा कर लिया। काबुल पर तालिबान के कब्जे के दो दिनों के भीतर, भारत ने 200 लोगों को निकाला था, जिसमें भारतीय दूत समेत अफगान राजधानी में दूतावास के अन्य कर्मचारी भी शामिल थे।
16 अगस्त को पहली उड़ान के जरिए 40 से अधिक लोगों को वापस भारत लाया गया था, जिनमें ज्यादातर भारतीय दूतावास के कर्मचारी थे। दूसरा विमान 17 अगस्त को काबुल से भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों, सुरक्षा कर्मियों और कुछ फंसे भारतीयों सहित लगभग 150 लोगों को निकाल कर लाया था।