वैक्सीन बनाने के लिए वेस्ट प्वाइंट पेनसिल्वेनिया में अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मर्क एंड कंपनी इंक (MRK.N) की निर्माण साइट को मंजूरी दे दी गई है। ईएमए ने कहा कि मर्क की साइट के तुरंत चालू होने के उम्मीद लगाई जा रही है।
ब्रसेल्स, रायटर। यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) ने गुरुवार को कहा कि उसने जानसन एंड जानसन (JNJ.N) COVID-19 वैक्सीन बनाने के लिए वेस्ट प्वाइंट, पेनसिल्वेनिया में अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मर्क एंड कंपनी इंक (MRK.N) की निर्माण साइट को मंजूरी दे दी है। ईएमए ने कहा कि मर्क की साइट के तुरंत चालू होने के उम्मीद लगाई जा रही है, जिससे यूरोपीय संघ में जेएंडजे की सीओवीआईडी -19 वैक्सीन की निरंतर आपूर्ति हो सके।
इससे पहले हाल ही में अमेरिका की तीसरी कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी जानसन एंड जानसन ने संघीय नियामक फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से अपनी कोरोना वायरस वैक्सीन की बूस्टर डोज की इजाजत मांगी है। बता दें कि महामारी कोविड-19 की शुरुआत के साथ ही दुनिया भर में सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों में अमेरिका सबसे आगे रहा है। यहां संक्रमण के मामले तो अधिक आए ही मौतें भी सबसे अधिक यहीं हुई हैं।
भारत में मिल चुकी है जानसन एंड जानसन को अनुमति
देश में जानसन एंड जानसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। यह देश में उपलब्ध होने वाली चौथी कोरोना वैक्सीन होगी। सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड (आक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका), भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और डा. रेड्डीज की स्पुतनिक वी (रूस की वैक्सीन) पहले से ही उपलब्ध हैं। मंजूरी मिली कंपनी भारत में आपूर्ति हैदराबाद स्थित बायोलाजिकल ई. लिमिटेड के साथ एक समझौते के माध्यम से करेगी। अध्ययनों से पता चला है कि जानसन एंड जानसन वैक्सीन में कोविड के गंभीर मामलों के खिलाफ 85 फीसद प्रभावकारिता है।
12-17 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए मांगी अनुमति
वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी बड़ी कंपनियों में शुमार जानसन एंड जानसन ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) को एक आवेदन प्रस्तुत किया है, जिसमें 12-17 वर्ष की आयु के किशोरों के लिए भारत में अपनी COVID-19 वैक्सीन का अध्ययन करने की अनुमति मांगी गई है।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि बच्चों के लिए कोविड के टीके बहुत जल्द उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला द्वारा किए जा रहे दो अन्य नैदानिक परीक्षण पहले से ही चल रहे हैं।