युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव पर भारतीय वायुसेना प्रमुख ने कहा- हमें कई क्षेत्रों में क्षमता निर्माण की आवश्यकता

एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव आ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में नई तकनीक और मौलिक रूप से नए सिद्धांत सामने आए हैं। भारत के सुरक्षा परिदृश्य में विभिन्न तरह के खतरे और चुनौतियां शामिल हैं।

 

हैदराबाद, एजेंसी: भारतीय वायुसेना प्रमुख विवेक राम चौधरी ने डुंडीगल में वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध की प्रकृति में मूलभूत परिवर्तन हो रहे हैं। भारत के सुरक्षा परिदृश्य में विभिन्न तरह के खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। जिनके लिए कई अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी आंतरिक क्षमता के विकास की जरूरत होगी। उन्होंने बताया कि, भारतीय एयर फोर्स लड़ाकू विमान राफेल, अपाचे हेलीकाप्टर और व्यापक अत्याधुनिक प्रणालियों को शामिल करके एक आधुनिक और जबरदस्त शक्तिशाली वायु सेना में बदल रही है।

युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव

लगातार विकसित हो रही सैन्य तकनीक को लेकर युद्ध में आ रहे बदलावों के लेकर एयर चीफ मार्शल ने कहा की, युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव आ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में नई तकनीक और मौलिक रूप से नए सिद्धांत सामने आए हैं। भारत के सुरक्षा परिदृश्य में विभिन्न तरह के खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। इनसे निपटने के लिए हमें कई क्षेत्रों में हमें आंतरिक क्षमता के विकास की जरूरत होगी। साथ ही हमें हमारे सभी अभियानों को एक साथ और कम समय में पूरा करने की जरूरत होगी।

परेड के कई कार्यक्रम रद्द

चौधरी ने तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकाप्टर हादसे में भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के 12 अन्य अधिकारियों के असमय निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के मद्देनजर परेड के दौरान कई अन्य कार्यक्रमों को आयोजित नहीं करने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि बीती आठ दिसंबर को कुन्नूर के पास नीलगिरि पहाड़ियों में वायुसेना का एमआई17 वी5 हेलीकाप्टर क्रैश हो गया था। इस हादसे में सभी 14 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा उस वक्त हुआ जब सीडीएस रावत, अपने पूर्व निर्धारित दौरे पर डिफेंस सर्विसेज स्‍टाफ कॉलेज, वैलिंगटन जा रहे थे।

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