रविवार को प्रधानमंत्री चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ आमने-सामने की मुलाकात करने वाले हैं। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकट मिर्जियोयेव और चीन के प्रधानमंत्री ली केकिआंग से भी प्रधानमंत्री मिलेंगे।
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच विवाद का समाधान करने में पाकिस्तान अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। पाकिस्तान के संघीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने यह दावा किया है।
फवाद ने कहा कि थिंक टैंक के साथ अपनी मुलाकात के दौरान इमरान ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व दूसरा शीत युद्ध नहीं झेल सकता। रविवार को प्रधानमंत्री चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ आमने-सामने की मुलाकात करने वाले हैं। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकट मिर्जियोयेव और चीन के प्रधानमंत्री ली केकिआंग से भी प्रधानमंत्री मिलेंगे।
मुलाकात में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्ते पर की जा सकती है चर्चा
चीनी नेतृत्व के साथ मुलाकात में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्ते पर चर्चा की जा सकती है। चीनी निवेशकों के साथ मुलाकात में कराची एवं फैसलाबाद में जल परियोजना पर बातचीत हुई है। मीडिया से बातचीत में फवाद ने कहा, ‘मुलाकात के दौरान कराची (कि-4) हब कैनाल के लिए जलापूर्ति और फैसलाबाद में जल शोधन संयंत्र पर चर्चा हुई।’
ताइवान मसले पर चीन ने अमेरिका को दी थी युद्ध की चेतावनी
वहीं, दूसरी ओर अभी हाल ही में अमेरिका में चीन के राजदूत ने चेतावनी दी थी कि वाशिंगटन अगर ताइवान की आजादी की आकांक्षा का समर्थन करता रहा तो दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। चीन, ताइवान को अपना प्रांत मानता है, जबकि पिछले सात दशकों से उसका स्वतंत्र अस्तित्व है। वह एक लोकतांत्रिक राष्ट्र है और वहां चुनी हुई सरकार काम करती है।
चीनी राजदूत किन गांग ने अमेरिकी रेडियो स्टेशन एनपीआर से कहा था कि अगर अमेरिका ताइवान के अधिकारियों को उकसाता रहा और वहां की सड़कों पर आजादी को लेकर आंदोलन चलते रहे तो दो बड़े देशों के बीच युद्ध की आशंका बनी रहेगी।