केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में रामकृष्ण मिशन के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच अंतरराज्यीय सीमा विवाद अगले साल तक सुलझ सकता है।
देवमालिक, पीटीआइ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच अंतरराज्यीय सीमा विवाद अगले साल तक सुलझने की संभावना है। पूर्वोत्तर को उग्रवाद मुक्त बनाने की कोशिशें चल रही हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के पिछले आठ वर्षों के दौरान क्षेत्र के 9,000 आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अरुणाचल प्रदेश में रामकृष्ण मिशन के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बोडोलैंड की समस्या का समाधान हो गया है। अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच सीमा संबंधी 60 फीसद मुद्दों को भी सुलझा लिया गया है। केंद्र सरकार क्षेत्र में शांति और विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध है। अरुणाचल प्रदेश और असम की सरकारें अंतर-राज्यीय सीमा विवाद के सौहार्दपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए लगातार काम कर रही हैं।
अरुणाचल प्रदेश में रामकृष्ण मिशन के स्वर्ण जयंती समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत में गुरू दक्षिणा की परंपरा बहुत पुरानी है पर किसी भी शिष्य ने अपने गुरू को इतनी बड़ी गुरू दक्षिणा नहीं दी होगी जो स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना करके परमहंस रामकृष्ण को दी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और असम की सरकारें अंतर-राज्यीय सीमा विवाद के सौहार्दपूर्ण और स्थायी समाधान के लिए काम कर रही हैं। पूर्वोत्तर के युवा अब बंदूकें और पेट्रोल बम नहीं रखते हैं। वे अब लैपटाप रख रहे हैं और स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं। यह विकास का मार्ग है जिसकी परिकल्पना केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र के लिए की है। असम के बोडोलैंड क्षेत्र में विद्रोह और उग्रवाद को बोडो शांति समझौते के माध्यम से सुलझाया गया है।