सोमवार को इंट्रा डे ट्रेड में डॉलर के मुकाबले रुपया 80 के और करीब पहुंचकर 79.97 पर बंद हुआ। डॉलर के मुकाबले यह रुपये का सबसे न्यूनतम स्तर है। इसमें आगे और गिरावट आ सकती है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। रुपये में गिरावट (Rupee Fall at Record Low) का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और विदेशी मुद्रा कोष पर बढ़ते दबाव के कारण सोमवार को इंट्रा डे ट्रेड में डॉलर के मुकाबले रुपया 80 के और करीब पहुंचकर 79.97 पर बंद हुआ। डॉलर के मुकाबले यह रुपये का सबसे न्यूनतम (Rupee All Time Low) स्तर है। इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में ग्रीनबैक के मुकाबले रुपया 79.76 पर खुला, लेकिन उसके बाद इसमें गिरावट आने लगी और यह 80 की मनोवैज्ञानिक सीमा के करीब पहुंच गया।
न्यूनतम स्तर पर पहुंचा रूपया
एक समय ऐसा भी आया, जब रुपया 80.075 तक गिर गया, लेकिन बाद में इसने अपनी खोई हुई जमीन वापस पा ली और मामूली सुधार के बाद 79.97 पर बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 80 के स्तर के करीब 17 पैसे की तेजी के साथ 79.82 पर बंद हुआ था। शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए गए बयान में कहा, “भारतीय रुपया, घरेलू इक्विटी बाजारों में मजबूती और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण हरे रंग में खुला। हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और एफआईआई (FII) द्वारा बिकवाली के दबाव से दिन के उत्तरार्ध में रुपया कमजोर हुआ।” बता दें कि FII का आउटफ्लो बढ़कर 1,649 करोड़ रुपये हो गया।
आगे हो सकती है और गिरावट
चौधरी ने आगे कहा कि अमेरिकी डॉलर में कमजोरी की संभावना को देखते हुए रुपया भविष्य में डॉलर के मकाबले कुछ बेहतर स्थिति में आ सकता है। उम्मीद की जा रही है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत अगले कुछ सत्रों में 79.20 से 80.80 की बीच रह सकती है। डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, 0.50 फीसदी की गिरावट के साथ 107.52 पर कारोबार कर रहा था। इससे भविष्य में अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने की संभावना बढ़ गई है।