लखनऊ में बीयर के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें डाट बीयर का मजा मिलेगा। आबकारी विभाग ने लखनऊ में तीन जगहों पर माइक्रो ब्रिवरी लगाने का लाइसेंस दिया था जहा अब उत्पादन शुरू हो गया हैं।
लखनऊ, अगर आप बियर के शौकीन हैं और चाहते हैं कि ताजी और बेहतरीन बियर आपको पीने को मिले तो इसके लिए अब लखनऊ में भी कई ठिकाने हो गए हैं। अब तक लोग ताजी बीयर पीने के लिए मेट्रो सिटी का रुख करते थे, लेकिन अब नवाबों के शहर में भी कई ऐसे ठिकाने हैं जहां पर आपको ताजी बियर पीने को मिल सकेगी। लखनऊ में अंग्रेजी शराब के साथ ही बियर की भी डिमांड पड़ रही है। अधिकांश बीयर के शौकीनों को डॉट बियर यानी कि ब्रिवरी से निकली ताजी बियर की तलाश रहती थी लेकिन कोई ब्रिवरी प्लांट नही होने से कैन या बोतल बियर ही पीनी पड़ती थी।
शौकीनों की इसी डिमांड को पूरा करने के लिए आबकारी विभाग ने लखनऊ में तीन जगहों पर माइक्रो ब्रिवरी लगाने का लाइसेंस दिया था जहा अब उत्पादन शुरू हो गया हैं। गोमती नगर में सम्मिट बिल्डिंग में दो बार में माइक्रो ब्रिवरी से निकली बियर मिल रही है वही शहीद पथ पर स्थित पला जिओ मॉल में भी माइक्रो ब्रिवरी से लोग ताजी बीयर का मजा ले रहे हैं। जिला आबकारी अधिकारी सुशील मिश्रा के मुताबिक माइक्रो ब्रेवरी के लाइसेंस के अक्टूबर में ही दे दिए गए थे। कई और बार में माइक्रो ब्रिवरी लगाने की बात हो रही है जल्द ही लखनऊ में और कई ठिकाने होंगे, जहां लोगों को ताजी बीयर मिल सकेगी।
शराब के शौकीन कहते हैं की शराब जितनी पुरानी होती है उसमें उतना ही मजा आता है जबकि बियर में यह बात लागू नहीं होती है। बियर जितनी ताजी होगी उतनी अच्छी मानी जाती है। इसलिए यहां पर ब्रिवरी लगाने की बात लंबे समय से हो रही थी। इसके लिए आबकारी विभाग ने लखनऊ, नोएडा आगरा और गाजियाबाद आदि जिलों में कई लाइसेंस दिए हैं। कई दूसरे शहरों में भी जहा पर्यटक आते जाते रहते है वहा भी ब्रेवरी के लिए लाइसेंस दिए जा रहे हैं।
लगाना होता है प्लांटः ताजी बीयर के लिए माइक्रो ब्रिवरी प्लांट लगाना होता है। माइक्रो ब्रिवरी प्लांट लगाने के लिए कुछ नियम व शर्तें भी हैं। इसके लिए दो लाख रुपये की वार्षिक लाइसेंस फीस निर्धारित है। प्रति लीटर 60 रुपये सरकार शुल्क लेती है। जहा जिस बार में इसको लगाया जाता है वहा पर इसके लिए अलग से स्पेस देना पड़ता ह