ग्रेटर नोएडा में सोमवार को भी बड़े डेटा सेंटर का उद्घाटन करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दल के नेताओं को निशाने पर लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा पहले गौतम बुद्ध नगर जिले को एक अभिशप्त स्थान माना जाता था।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से गौतमबुद्धनगर के नोएडा के दर्जनों दौरे करने वाले योगी आदित्यनाथ ने इस शहर को अभिशप्त स्थान की छाया से दूर करने का बड़ा प्रयास किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ से पहले तमाम नेता कुर्सी चले जाने के डर के कारण नोएडा नहीं जाते थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बड़े मिथक को तोडऩे की मुहिम झेड़ी और लगातार यहां का दौरा किया।
ग्रेटर नोएडा में सोमवार को भी बड़े डेटा सेंटर का उद्घाटन करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दल के नेताओं को निशाने पर लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले गौतम बुद्ध नगर जिले को एक अभिशप्त स्थान माना जाता था। कई मुख्यमंत्री तो यहां आने से डरते थे। उनको डर था कि यह जिला अभिशप्त है और यहां का दौरा करने वाले सीएम की कुर्सी ही चली जाती है।
सोचने वाली बात, कोई जिला कैसे अभिशप्त हो सकता हैसीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह तो सोचने वाली बात है कि कोई जिला कैसे अभिशप्त हो सकता है। पहले तो गौतम बुद्ध नगर को एक अभिशप्त स्थान माना जाता था। सरकार बनने के बाद जब हमने नोएडा की यात्रा प्रारम्भ की थी। तो हमारे विपक्ष मित्रों ने कहा था कि आपकी कुर्सी खतरे में है। मैंने कहा था कि कुर्सी किसी के साथ नहीं जाती है। जो (कुर्सी) कल जानी है, वो आज चली जाए। मैं प्रदेश की जनता के साथ धोखा नहीं कर सकता।
हम किसी भी जिले के साथ भेदभाव नहीं कर सकते
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2017 में हमारी सरकार बनने के बाद जब हमने नोएडा की यात्रा प्रारम्भ की। हम किसी भी जिले के साथ भेदभाव नहीं कर सकते हैं। यह उत्तर प्रदेश का बड़ा केन्द्र है। राष्ट्रीय राजधानी से सटा जिला हमारी प्रगति का बड़ा मार्ग प्रशस्त करता है। हम इस जिले के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हुए कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास, तीनों प्राधिकरण आईटी का प्रमुख केंद्र हैं, जहां निवेश बढ़ रहा है। यहां वर्ल्ड क्लास इंफ्र ा दिया गया और यहां मैन पॉवर भी अच्छा है। उन्होंने कहा कि यूपी में भ्रष्टाचार पर व्यापक लगाम लगी है। ईज ऑफ लिविंग में काफी सुधार आया है। तकनीकी के जरिए हम कोरोना प्रबंधन में सफल हुए। वर्ष 2014 के बाद से ही देश में डिजिटल युग की शुरुआत हुई और अब इसे तेजी से बढ़ाया जा रहा है।