CNG Price सीएनजी की कीमत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस वजह से रेटिंग एजेंसी इक्रा ने आशंका जताई है कि अगर ऐसी ही स्थिति रही तो सीएनजी की मांग समय के साथ कम हो जाएंगी और यह डीजल के बराबर हो जाएगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क । अधिकतर लोग पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से CNG गाड़ियों की ओर रुख कर रहे हैं। CNG की कम कीमत और इनसे मिलने वाली बेहतर माइलेज से प्रति किमी ईंधन की खपत कम होती है और इसका फायदा कम खर्च के रूप में दिखता है। पर रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अनुमान लगाया है कि CNG की बढ़ती कीमतों की वजह से इससे मिलने वाला लाभ ग्राहकों को नहीं मिल रहा और इसकी मांग कम हो रही है।
ICRA ने जताई आशंकाICRA के मुताबिक, गैस की बढ़ती कीमतों ने चालू वित्त वर्ष में कमर्शियल वाहनों में सीएनजी की पैठ को कम कर दिया है। बढ़ती कीमतों की वजह से CNG का इस्तेमाल 16 प्रतिशत के उच्चतम स्तर से घटाकर 9 से 10 प्रतिशत हो गया है।
इक्रा ने आगे कहा पिछले एक साल में वैश्विक ऊर्जा की कीमतों में तेजी आने के कारण सीएनजी की कीमत में 70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसने ईंधन और डीजल के बीच की खाई को कम कर दिया है और CNG ईंधन की डिमांड को कम किया है। इसका सबसे ज्यादा असर एमसीवी ट्रक सेग्मेंट में दिखाई दे रहा है।
CNG गाड़ियों के डिमांड में भी आई है कमीबढ़ती कीमतों का असर सिर्फ CNG की बिक्री में गिरावट के रूप में ही नहीं देखा गया है, बल्कि इसका असर CNG गाड़ियों पर भी पड़ रहा है।
इक्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, मालवाहक सेगमेंट में मध्य श्रेणी के वाणिज्यिक वाहनों (MPV) में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है। CNG से चलने वाले वाहनों का प्रतिशत वित्त वर्ष 2022 में 38 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023 के पहले आठ महीनों में 27 प्रतिशत रह गया है।
लगातार बढ़ रही लागतसीएनजी वाहनों की परिचालन लागत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले साल की तुलना में यह लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है। दिल्ली और मुंबई जैसे कुछ शहरों में डीजल वेरिएंट की तुलना में CNG की कीमत अब 5-20 प्रतिशत अधिक है। दूसरी तरफ, CNG वाणिज्यिक वाहनों की मासिक बिक्री 11,000 से 12,000 यूनिट्स से गिरकर 6,000 से 7,000 यूनिट्स पर पहुंच गई है।