उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की वाह-वाही में लगे हैं वे केवल मुख्यमंत्री क्या कार्यवाही कर रहे हैं बस केवल यह दिखाने में लगे हैं दो सिपाही शहीद हुए एक इन्स्पेक्टर घायल हुआ यह खबर कोई न्यूज़ चैनल नहीं दिखा रहा है।
आवाज़ — ए — लखनऊ : (अनिल मेहता ) प्रयागराज- उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस के दो सिपाही मारे गए संदीप निषाद तथा राघवेंद्र सिंह,इन पर हमला करवाने वाले अब न्यायालय से अपनी जान की भीख मांग रहे हैं। प्रयागराज के धूमनगंज थाने के इन्स्पेक्टर राजेश मौर्य भी घायल हो गए प्रश्न यह उठता है कि इन्स्पेक्टर घायल हुए और दो गनरों ने जान गंवाई किसके लिए? अब समय आ गया है कि पुलिसकर्मी अब राजनीतिक दबाव से मुक्त हों,
अब दोनों शहीद सिपाहियों तथा घायल इन्स्पेक्टर का क्या होगा, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है,रही बात न्यूज चैनलों की तो वे केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की वाह-वाही में लगे हैं वे केवल मुख्यमंत्री क्या कार्यवाही कर रहे हैं बस केवल यह दिखाने में लगे हैं दो सिपाही शहीद हुए एक इन्स्पेक्टर घायल हुआ यह खबर कोई न्यूज़ चैनल नहीं दिखा रहा है। बस किसका घर गिराया जा रहा है यह दिखा रहा है, ऐसा लगता है जैसे पुलिसकर्मियों की जान मीडिया के लिए कोई मायने नहीं रखती।