कल भारत की नई विदेश व्यापार नीति को पेश किया जाने वाला है। इससे पहले साल 2020 वाली विदेश नीति ही देश में लागू थी जिसे कोविड के कारण आगे बढ़ाया गया था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नई विदेश व्यापार नीति 2023-28 पेश होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारत में इसे कल पेश किया जा रहा है और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल विदेश व्यापार नीति की घोषणा करेंगे। बता दें कि इससे पहले विदेश व्यापार नीति (2015-20) 31 मार्च, तक लागू थी और 2020 में ही समाप्त हो गई थी। हालांकि, बाद में इसे आगे बढ़ा दिया गया।
कोविड के कारण बढ़ानी पड़ी थी तारीखपिछली नीति साल 2020 क मार्च में ही खत्म हो गई थी, लेकिन कोविड महामारी के प्रकोप और इससे लगने वाले लॉकडाउन के कारण इसकी अंतिम तारीख को बढ़ाया गया। पिछला विस्तार सितंबर 2022 में 31 मार्च 2023 तक दिया गया था। कहा जा रहा है कि नई नीति को पेश करने का मकसद वैश्विक व्यापार में सुस्ती के बीच निर्यात को बढ़ावा देना है।
2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की रूपरेखाइस बार की विदेश व्यापार नीति में नए विजन स्टेटमेंट की रूपरेखा तैयार करने की उम्मीद है, जिसमें 2030 तक भारत के सामान और सेवाओं के निर्यात को 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाया जा सकता है। वहीं, इस वित्तीय वर्ष में निर्यात 760 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है।
गौरतलब है कि आजादी के 75वें वर्ष में भारत ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए निर्यात के 750 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है, जिसकी प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि की सराहना की।
वहीं, कार्यक्रम में बोलते हुए गोयल ने कहा कि कई देशों द्वारा सामना की जाने वाली सभी आर्थिक चुनौतियों के बीच भारत एक ऊंचे स्थान पर है, जिसे लगभग हर कोई पहचानता है और सम्मान करता है।
पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान भारत में ढाई हजार करोड़ डॉलर से ज्यादा मूल्य के खाद्य पदार्थों का निर्यात किया गया था। वहीं, चालू वित्तीय वर्ष में तीन हजार करोड़ डॉलर मूल्य के खाद्य पदार्थों के निर्यात का लक्ष्य रखा गया है।