चीन की ओर से चेतावनी देने के बाद भी ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने अमेरिका की यात्रा की थी। उसके बाद से क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। राष्ट्रपति के ताइवान लौटने पर चीन ने गुस्से में लगातार ताइवान जलडमरूमध्य में शक्ति प्रदर्शन किया था।
ताइपे, एपी। ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव कम नहीं हो पा रहा है। चीन का सैन्य अभ्यास खत्म होने के ठीक बाद रविवार को अमेरिका की ओर से जलडमरूमध्य में विध्वंसक युद्धपोत यूएसएस मिलियस को भेजा गया है। चीन की ओर से कहा गया है कि उसकी घटना पर नजर है। वहीं, दूसरी ओर ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि 24 घंटे के दौरान देश के चारों ओर करीब 18 चीनी सैन्य विमान के अलावा चार नौसैनिक पोत देखे गए हैं।
चीन की ओर से चेतावनी देने के बादगौरतलब है कि चीन की ओर से चेतावनी देने के बाद भी ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने अमेरिका की यात्रा की थी। उसके बाद से क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। राष्ट्रपति के ताइवान लौटने पर चीन ने गुस्से में लगातार ताइवान जलडमरूमध्य में शक्ति प्रदर्शन किया था। इस दौरान हवाई और नौसैनिक युद्धाभ्यास किए गए थे। एक दिन पहले ही यह युद्धाभ्यास खत्म हुआ है।
अमेरिका ने यूएसएस मिलियस विध्वंसक युद्धपोत
अमेरिकी नौसेना की सातवीं फ्लीट ने सोमवार को कहा कि यूएसएस मिलियस गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर ताइवान जलडमरूमध्य से एक नियमित कार्यक्रम के तहत गुजरा है। जहाज का यहां से गुजरना अमेरिका की मुक्त और खुले -प्रशांत के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वहीं, चीन की सेना की ओर से एक इंटरनेट मीडिया पोस्ट में कहा गया है कि सैनिकों को अमेरिकी विध्वंसक के पीछे रहने और हर हरकत पर नजर रखने के लिए कहा गया है।
अमेरिका विवादित दक्षिणी चीन सागर में महीने में एक बार फ्रीडम आफ नेविगेशन मिशन के अंतर्गत अपने युद्धपोत को भेजता है। पिछले हफ्ते यूएसएस मिलियस को दक्षिणी चीन सागर में स्थित मानव निर्मित मिस्चीफ रीफ के पास भेजा गया था। इस पर चीन का अधिकार है। बीजिंग ने अमेरिका के इस कदम की आलोचना की थी।