सोमवार को सिविल अस्पताल व आरएलबी अस्पताल से 100 से ज्यादा लोग कोवैक्सीन नहीं होने से वापस चले गए। सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हो रही है जो को- वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं। लिहाजा उन्हें दूसरी डोज के लिए बुलाया गया था।
लखनऊ । एक तरफ वैक्सीनेशन उत्सव मनाया जा रहा है और लोगों को अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने को प्रेरित किया जा रहा है, लेकिन दूसरी तरफ अव्यवस्था का आलम यह है की वैक्सीन की डोज ही खत्म हो चुकी है। सिविल अस्पताल में अब तक मरीजों को को-वैक्सीन लगाई जा रही थी। इसी तरीके से रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में भी को-वैक्सीन दी जा रही थी। मगर दो दिनों से यहां पर को-वैक्सीन खत्म हो चुकी है। लिहाजा सैकड़ों मरीज वापस हो रहे हैं। आज सुबह भी सिविल अस्पताल व आरएलबी अस्पताल से 100 से ज्यादा लोग कोवैक्सीन नहीं होने से वापस चले गए।
सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हो रही है जो को- वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं। लिहाजा उन्हें दूसरी डोज के लिए बुलाया गया था। ऐसे में वह को-वैक्सीन के अलावा दूसरी वैक्सीन की डोज भी नहीं ले सकते। इसलिए वापस लौटने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। टीकाकरण उत्सव के पहले दिन भी सिविल अस्पताल से सबसे ज्यादा लोग को वैक्सीन नहीं होने से लौट गए थे। वहीं रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में भी काफी संख्या में लोग वापस हुए थे। डॉक्टरों ने कहा था कि सोमवार को कोवैक्सीन आ जाएगी। लिहाजा भारी तादाद में दूसरी डोज लेने के लिए फिर सिविल अस्पताल और आरएलबी अस्पताल में सुबह लोग पहुंचे, लेकिन उन्हें जानकारी हुई कि को-वैक्सीन नहीं है। इसलिए को-वैक्सीन की पहली डोज ले चुके सभी लोग वापस हो गए। हालांकि करीब 11:00 बजे सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने को-वैक्सीन की डोज भेज दी। इसके बाद लोगों को फिर से वैक्सीन लगना शुरू हो गई है।
गोमती नगर निवासी भरत सिंह ने बताया कि वह आरएलबी में आज टीका लगवाने गए थे। मगर वैक्सीन नहीं होने से लौट गए। उन्हें दूसरी डोज के लिए दो दिन पहले ही बुलाया गया था। लगातार तीन दिनों से अस्पताल जा रहे हैं। उनके साथ के कई अन्य लोग भी जो को-वैक्सीन की डोज ले चुके थे, दूसरी डोज नहीं मिलने से वापस आ गए। वहीं सिविल अस्पताल के डॉक्टर एनबी सिंह ने बताया कि सुबह तक वैक्सीन नहीं थी, लेकिन 11:00 बजे को-वैक्सीन की डोज आ चुकी है। अब मरीजों को दी जा रही है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एमके सिंह ने बताया कि को-वैक्सीन की कमी अब नहीं होगी।