इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 14वें सीजन का चौथा मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला जा रहा है जिसमें राजस्थान ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी है।
नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 14वें सीजन का चौथा मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला जा रहा है। इस मैच में राजस्थान की टीम के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया है। ऐसे में पंजाब किंग्स ने खबर लिखे जाने तक 9 ओवर में एक विकेट खोकर 82 रन बना लिए हैं। फिलहाल, क्रीज पर केएल राहुल और क्रिस गेल हैं।
पंजाब की पारी, गिरा पहला विकेट
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब किंग्स को पहला झटका मयंक अग्रवाल के रूप में लगा जो 9 गेंदों में 14 रन बनाकर चेतन सकारिया की गेंद पर विकेट के पीछे संजू सैमसन के हाथों कैच आउट हो गए।
राजस्थान की टीम ने चार विदेशी खिलाड़ियों के रूप में जोस बटलर, क्रिस मॉरिस, बेन स्टोक्स और मुस्तफिजुर रहमान को चुना है। वहीं, पंजाब किंग्स ने निकोलस पूरन, क्रिस गेल रिले मेरेडिथ और झाय रिचर्डसन को चार विदेशी खिलाड़ियों के तौर पर चुना है।
पंजाब किंग्स की प्लेइंग इलेवन
केएल राहुल (कप्तान और विकेटकीपर), मयंक अग्रवाल, क्रिस गेल, निकोलस पूरन, दीपक हुड्डा, शाहरुख खान, झाय रिचर्डसन, मुरुगन अश्विन, मोहम्मद शमी, रिले मेरेडिथ और अर्शदीप सिंह।
राजस्थान रॉयल्स की प्लेइंग इलेवन
मनन वोहरा, बेन स्टोक्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), संजू सैमसन (कप्तान), रियान पराग, शिवम दुबे, राहुल तेवतिया, क्रिस मॉरिस, श्रेयस गोपाल, चेतन सकारिया और मुस्तफिजुर रहमान।
इस मैच में भी रोमांच देखने को मिलेगा, क्योंकि दोनों टीमों के पास पावर हिटर खिलाड़ियों की भरमार है। क्रिस गेल का तूफान और जोस बटलर की आंधी क्रिकेट फैंस को देखने को मिल सकती है, जिसकी उम्मीद भी की जा रही है।
इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच 21 मुकाबले खेले जा चुके हैं, जिनमें से 12 बार बाजी राजस्थान की टीम ने मारी है, जबकि 9 बार सफलता पंजाब की टीम को मिली है। पिछले पांच मैचों की बात करें तो तीन मुकाबले राजस्थान की टीम ने जीते हैं, जबकि दो मैचों में 2 पंजाब किंग्स को जीत मिली है। वहीं, वानखेड़े स्टेडियम की बात करें तो यहां राजस्थान रॉयल्स की जीत प्रतिशत 50 फीसदी है, जबकि पंजाब की टीम 45.45 फीसदी मैच यहां जीतने में सफल हुई है।