सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में केंद्र सरकार का भारी कुप्रबंधन और अक्षमता देखने को मिली है। सोनिया गांधी ने मांग की कि 25 वर्ष से कम के लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाए।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में कोरोना के मामलों ने सबको चौका दिया है। हर दिन रिकॉर्ड टूट रहे हैं। वहीं, इस बीच कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में कोरोना के कारण बिगड़ती स्थितियों का जायजा लेने के लिए सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में केंद्र सरकार का भारी कुप्रबंधन और अक्षमता देखने को मिली है। साथ ही सोनिया गांधी ने मांग की कि 25 वर्ष से कम के लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाए। इसके अलावा लोगों को आय सहायता प्रदान की जाए।़
कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए, उन्होंने कहा कि सरकार को कोरोना से निपटने के लिए जरूरी चिकित्सा उपकरणों और दवाओं को जीएसटी से मुक्त करना चाहिए तथा कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाने पर गरीबों को प्रति माह छह हजार रुपये की मदद देनी चाहिए।
बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, ‘कोविड-19 की दूसरी लहर ने देश को बुरी तरह प्रभावित किया है, हमारे पास इससे निपटने की तैयारी के लिए एक साल का समय था, लेकिन हम बिना तैयारी के फिर इसकी चपेट में आ गए हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 संकट संबंधी पूर्वानुमान, आकलन और प्रबंधन के संदर्भ में मोदी सरकार ने कोई तैयारी नहीं की।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘सरकार को टीकाकरण के लिए अपनी प्राथमिकता पर पुनर्विचार करना चाहिए और आयुसीमा को घटाकर 25 साल करना चाहिए। अस्थमा, मधुमेह, किडनी और लीवर संबंधी बीमारियों से पीड़ित सभी युवाओं को टीका लगाया जाना चाहिए।’ बता दें कि टीकाकरण के लिए अभी न्यूतम आयुसीमा 45 साल निर्धारित की गई है।