ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मुख्य विकास अधिकारी मथुरा और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने सीडीओ शाहजहांपुर को कोविड-19 महामारी से पीडि़तों के उपचार हेतु एक करोड़ रुपये उनकी विधायक निधि से अवमुक्त करने के लिए कहा है।
लखनऊ, कोविड-19 महामारी के चलते गंभीर होते हालात में आम लोगों को जरूरी चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए विधायक निधि देने की होड़ फिर से दिखने लगी है। विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा अपनी विधायक निधि से एक करोड़ रुपये प्रदान करने के बाद अन्य मंत्रियों ने भी इस सिलसिले काे आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी अपनी विधायक निधि से एक-एक करोड़ रुपये की धनराशि कोविड महामारी से बचाव में खर्च करने की सहमति दी है।
मौर्य ने मुख्य विकास अधिकारी प्रयागराज को लिखे पत्र में कहा कि प्रयागराज में कोविड -19 महामारी के बचाव में संबंधित आरटीपीसी जांच हेतुु अस्थायी केंद्र बनाने, आक्सीमीटर उपलब्ध कराने, हाेम आइसोलेशन में रह रहें लोगों को दवाई और आक्सीजन आदि की व्यवस्था करने के लिए विधायक निधि से एक करोड़ की धनराशि शीघ्र अवमुक्त कर दी जाए। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मुख्य विकास अधिकारी मथुरा और संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने सीडीओ शाहजहांपुर को कोविड-19 महामारी से पीडि़तों के उपचार हेतु एक करोड़ रुपये उनकी विधायक निधि से अवमुक्त करने काे कहा है।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष काेरोना संक्रमण के कारण लाकडाउन लगने के बाद विधायकों व मंत्रियों में अपनी क्षेत्र विकास निधि से धनराशि देने की परंपरा शुरू हुई थी। बाद में महामारी से बचाव के लिए अस्पतालों में जरूरी चिकित्सीय व्यवस्थाएं करने के लिए सरकार ने वर्ष 2020-21 की विधायक निधि निरस्त किए जाने का फैसला लिया था।