कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर बीते माह स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के पेंट्रीकार में 1.40 करोड़ मिले थे जिसकी जांच की जा रही है । शनिवार की शाम अजमेर सियालदाह में सवा क्विंटल चांदी की पायलें मिलीं हैं ।
कानपुर, रेलवे की ट्रेनें अब अवैध कारोबार का बड़ा माध्यम बनती जा रही हैं। बीते कुछ दिनों में ट्रेनों से रुपये बरामद हुए, जिसमें 1.40 करोड़ और 52 लाख रुपये का मामला अभी तक हल नहीं हो सका है। अब 128.500 किग्रा चांदी का बरामद होना इस बात का सुबूत है कि अवैध व्यापार के लिए ट्रेनों का प्रयोग किया जा रहा है।
आयकर विभाग कर रहा 1.40 करोड़ रुपयों की जांच,
नई दिल्ली से जयनगर जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के पेंट्रीकार में 15 फरवरी की रात दो बजे 1.40 करोड़ रुपयों से भरा बैग मिला था। कई दिनों तक जीआरपी यह पता नहीं लगा सकी कि बैग किसका है। बाद में एक टेलीकॉम कंपनी ने रुपयों पर अपना दावा किया। आयकर विभाग इस मामले में जांच कर रहा है। वहीं एक अप्रैल को चौरीचौरा एक्सप्रेस से कानपुर आए खागा के व्यापारी को आरपीएफ ने नकद 52,36,720 रुपयों के साथ पकड़ा था।
व्यापारी एक झोले में रुपये लेकर लाइन क्रास करने के दौरान पकड़ा गया था। वह अपने रिश्तेदार के यहां जा रहा था। पूछताछ में व्यापारी ने बताया था कि घंटाघर की एक कंपनी से पान मसाला का व्यापार करता है। उधारी का पैसा देने आया था। व्यापारी इतना रुपया कहां से लाया, इसके सुबूत नहीं दे सका था। यह मामला भी आयकर विभाग के पास भेज दिया गया था, जिसकी जांच की जा रही है।
सात बैग में मिली 128 किलो चांदी,
जीआरपी ने शनिवार देर शाम अजमेर सियालदह एक्सप्रेस से 128.500 किलोग्राम चांदी की पायलें बरामद की हैं। जीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि अजमेर सियालदह एक्सप्रेस के एस-3 कोच में सीट संख्या 47 और 55 पर दो भाई शिव दत्त शर्मा और केशव दत्त शर्मा सफर कर रहे थे, उनके पास से चांदी की पायलें बरामद की गई हैं। वे चांदी लेकर बिहार के गया जिले के चौक सराफा स्थित विष्णुजी अपार्टमेंट जा रहे थे।
उनके पास से सात बैग बरामद हुए हैं, दोनों ने आगरा की नमक मंडी में ज्वैलरी का काम करने की जानकारी दी है। वाणिज्यकर अफसरों ने जांच के बाद दोनों भाइयों को निजी मुचलके पर जाने दिया गया है। पायलें जीआरपी की कस्टडी में हैं। वाणिज्यकर अफसर ने बताया कि बरामद माल करीब 90 लाख रुपये का है, जांच हो रही है।