ऑस्ट्रेलिया की सरजर्मी पर अपनी गेंदबाजी से हर किसी को अपना फैन बनाने वाले मोहम्मद सिराज ने सिडनी टेस्ट को लेकर बड़ा खुलासा किया है। सिराज ने बताया कि बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों द्वारा नस्ली टिप्पणियां किए जाने के बाद अंपायरों ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के सामने टेस्ट मैच को बीच में ही छोड़ देना का प्रस्ताव रखा था, लेकिन रहाणे ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया था। सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने सिराज के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था, जिसके खिलाफ सिराज ने बीच मैच में शिकायत की थी और पुलिस की मदद से छह लोगों को स्टेडियम से बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
सिडनी टेस्ट के तीसरे और चौथे दिन मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों नस्ली टिप्पणियां करते नजर आए थे और सिराज को ‘ब्राउन डॉग’ और ‘मंकी’ कहा था। भारत पहुंचने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए सिराज ने कहा, ‘मैंने ऑस्ट्रेलिया में गालियों का सामना किया। केस अभी चल रहा है, देखते हैं कि मुझे इंसाफ मिलता है या नहीं। मेरा काम था कि मैं कप्तान इस घटना के बारे में कप्तान को बताओ। अंपायरों ने हमको मैच को बीच में छोड़कर जाने का ऑफर दिया था, लेकिन रहाणे (भाई) ने इससे मना करते हुए था कि हमने कोई गलती नहीं की है, तो हम खेलेंगे।’
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मेलबर्न में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले सिराज भारत की तरफ से टेस्ट सीरीज में सर्वाथिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे, उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में कुल 13 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में गालियों का सामना करने वाली घटना से वह मानसिक तौर पर काफी मजबूत हुए और उन्होंने इसका प्रभाव अपने खेल पर नहीं पड़ना दिया। सिराज ने ब्रिसबेन टेस्ट मैच में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए दूसरी पारी में पांच विकेट चटकाए थे और टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत में अहम किरदार निभाया था।