बेसिक शिक्षा विभाग में 44 शिक्षकों सहित कुल 56 मौतों की गुत्थी उलझती जा रही है।
लखीमपुर: बेसिक शिक्षा विभाग में 44 शिक्षकों सहित कुल 56 मौतों की गुत्थी उलझती जा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग को इनमें से सिर्फ 29 शिक्षकों की ही कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। हालांकि सभी की सूचना निदेशालय में भेज दी गई है। इन सभी की मौत कोरोना से बताई जा रही है, लेकिन विभाग को कोरोना के कागज नहीं मिल पा रहे हैं। आंकड़ों की बात करें तो इसमें से 29 की ही कोरोना जांच रिपोर्ट विभाग को पॉजिटिव मिली है। अन्य जो मौतें हुई हैं, उनमें परिवार के लोग तो कोरोना संक्रमित बता रहे हैं, लेकिन पॉजिटिव की कोई भी रिपोर्ट विभाग को नहीं दी है। कोरोना काल में सबसे ज्यादा मौतें बेसिक शिक्षा विभाग में हुई हैं। विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि करीब 56 लोगों की मौत हुई है। इनमें शिक्षक हैं। एक लिपिक, पांच अनुचर व छह शिक्षामित्र शामिल हैं।
यह सभी मौतें कोरोना के कारण हुई बताई जा रही हैं। शेष बाकी जो 27 केस हैं, उनमें परिवार वालों ने कोरोना संक्रमित होने से मौत की बात कह रहे हैं। परिवार वाले यह भी कह रहे हैं कि मौत से पहले उनमें कोरोना संक्रमितों वाले सभी लक्षण थे। लेकिन इनकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट अभी तक विभाग को नहीं मिली है। हालांकि विभाग ने इन सभी की सूची तैयार करके शासन को भेज दी है। इस बारे में बीएसए बुद्धप्रिय सिंह का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में इतनी मौतें काफी दुखद हैं। उन्होंने बताया कि सभी की सूची तैयार करके निदेशालय को भेज दी गई है। इनके जो भी देयक हैं, उनका भुगतान कराने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही परिवार को भुगतान कराया जाएगा। कम हो रहे मरीज, जिले में 23 नए संक्रमित जिले में कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे कम हो रहा है। अभी कोरोना गया नहीं है। इसलिए लापरवाही न करें।
गाइड लाइन का पालन करते रहें। गुरुवार को जिले में 23 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार को लैब से कुल 843 रिपोर्ट आई। इसमें 22 पॉजिटिव व 821 निगेटिव हैं। अन्य लैब व एंटीजन से एक पॉजिटिव रिपोर्ट मिली है। गुरुवार को जो संक्रमित मिले हैं, उनमें लखीमपुर में तीन, बिजुआ, धौरहरा व मितौली में एक-एक, निघासन में 10, फूलबेहड़ में चार और पलिया में तीन संक्रमित मिले हैं। जिले में कोरोना के एक्टिव केस 438 हैं। प्रशासन के मुताबिक इसमें अन्य जिलों के 36 केस और 50 केस डुप्लीकेट व रिपीट शामिल हैं। डीएम ने निर्देश दिया है कि जिले में वैक्सीनेशन पर जोर दिया जाए। निगरानी समितियां घर घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य सर्वे करें और उन्हें उचित इलाज मुहैया कराएं।