दुनियाभर में भारत की जय-जयकार से ड्रैगन के कलेजे पर लोटा सांप, करने लगा हमारी वैक्सीन डिप्लोमेसी की नकल

संकट के इस दौर में जिस तरह से हिन्दुस्तान ने पड़ोसी समेत कई देशों को मुफ्त वैक्सीन देकर मदद की है, उससे पूरी दुनिया में भारत की जय जयकार हो रही है। दुनियाभर में भारत की हो रही वाह-वाही ने चीन को भी अपनी वैक्सीन डिप्लोमेसी में बदलाव करने को मजबूर कर दिया है। भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी को देखकर चीन ने पाकिस्तान के अलावे कुछ अन्य देशों को मुफ्त वैक्सीन देने का मन बनाया है। पाकिस्तान को पांच लाख कोरोना वैक्सीन देने का वादा करने वाले चीन ने श्रीलंका को 3 लाख कोरोना टीके मुफ्त में देने का वादा किया है।

चीन ने गुरुवार को कहा कि वह श्रीलंका को तीन लाख कोरोना टीके मुफ्त में देगा। इसी के साथ भारत-चीन के बीच टीका कूटनीति की रेस तेज होती दिख रही है। भारत पहले ही अपने पड़ोसी देशों को मुफ्त में टीका उपलब्ध करा चुका है। भारत दुनियाभर के देशों को टीका भेज रहा है, जिसके जवाब में अब चीन ने भी मुफ्त में टीका देना शुरू किया है। बताया जा रहा है कि श्रीलंका के अनुरोध पर चीन ने तीन लाख टीके भेजने का फैसला लिया। चीनी कंपनी सिनोफर्मा निर्मित कोरोना टीके की पहली खेप श्रीलंका को फरवरी मध्य तक मिल जाएगी।

पाकिस्तान को 5 लाख वैक्सीन

हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि श्रीलंका को खुद से चीन ने वैक्सीन ले जाने के लिए कहा है या फिर ड्रैगन पहुंचाएगा। यहां इस बात का जिक्र करना इसलिए भी जरूरी था क्योंकि चीन ने पाकिस्तान को जब टीका देने का ऐलान किया था, तब उसने पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से कहा था कि अपना विमान लाओ और यहां से वैक्सीन लेकर जाओ। जी हां, चीन ने पाकिस्तान को अपने खर्चे पर वैक्सीन ले जाने को कहा था। भारत ने एक ओर जहां नेपाल जैसे छोटे देश को दस लाख वैक्सीन दी है, वहीं चीन ने करीब 21 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान को 5 लाख वैक्सीन देने की पेशकश की थी।

भारत ने 55 लाख टीके की खुराक उपलब्ध कराई
भारत के कोरोना टीके को लेकर अब दुनियाभर के देश दिलचस्पी दिखा रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत से कोविड टीका हासिल करने में विभिन्न देशों को रूचि है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानमंत्री की कोविड से लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की प्रतिबद्धता के मुताबिक भारत विभिन्न देशों को वैक्सीन दे रहा है। हमने अपने पड़ोस में सबसे पहले वैक्सीन उपलब्ध कराने का दायित्व निभाया है और इसके अलावा अन्य देशों को भी आपूर्ति की है।

जानें भारत ने किसे कितनी वैक्सीन दी

प्रवक्ता ने बताया कि 20 जनवरी 2021 के बाद से भारत ने अपने पड़ोसी देशों और विस्तारित पड़ोसी भूटान (1.5 लाख), मालदीव (1 लाख), नेपाल (10 लाख), बांग्लादेश (20 लाख), म्यांमार (15 लाख) मॉरीशस (1 लाख), सेशेल्स (50,000), श्रीलंका (5 लाख) और बहरीन (1 लाख) सहित करीब 55 लाख खुराकें उपलब्ध कराई हैं। ये आपूर्ति इन देशों के अनुरोधों पर आधारित हैं। प्रवक्ता ने बताया कि अगले कुछ दिनों में हम ओमान (1 लाख), करिकॉम देशों (5 लाख), निकारागुआ (2 लाख) और प्रशांत द्वीप राज्यों (2 लाख) को और अधिक मात्रा में उपहार देने की योजना बना रहे हैं।

ब्राजील, मोरक्को और बांग्लादेश में वाणिज्यिक निर्यात भी हुआ है। वाणिज्यिक आधार पर आगे की आपूर्ति सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, मंगोलिया, आदि में होने की संभावना है, हम अफ्रीका को 1 करोड़ (10 मिलियन) खुराक और संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को 10 लाख (1 मिलियन) की आपूर्ति गावी की कोवैक्स सुविधा के तहत करने जा रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा, हमारी बाहरी आपूर्ति, चाहे वह उपहार के रूप में हो या व्यावसायिक आधार पर हो ये घरेलू उपलब्धता, लाइसेंसिंग मुद्दों और नियामक अनुमोदन पर आधारित होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *