इटली में कोविड-19 से की वजह से अब तक 127000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। लोगों ने इटली के उस दृश्य को भी देखा है जहां कोरोना वायरस से इटली के हालात कितने बत्तर हो गए थे।
रोम, एएफपी। फरवरी 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आने के बाद से ही पूरे विश्व में लोगों ने मास्क पहनना शुरु कर दिया था। यूरोप के लोगों ने भी मास्क पहन कर इस महामारी से अपने आप को बचाया। वहीं अब 2021 के मध्म आते-आते यूरोपीय देश इटली के लोगों को मास्क से राहत मिली है।
इटली स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहली बार इटली के 20 क्षेत्रों में से प्रत्येक को “सफेद” के रूप में वर्गीकृत किया, जो कम जोखिम को दर्शाता है। इसका मतलब है कि मास्क पहनना अब अनिवार्य नहीं होगा। अब इटली कोरोना के प्रकोप से मुक्त होता दिख रहा है।
सरकार के अनुसार, रविवार तक इटली की 12 वर्ष से अधिक आयु की एक तिहाई आबादी या 17,572,505 लोगों को टीका लगाया गया है। इटली ने लंबे समय से देश में प्रवेश करने के प्रतिबंध को भी हटा दिया है। इटली में विदेशियों को ग्रीन पास दिखाना होगा या फिर कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। प्रतीबंध अमेरिका, कनाडा, जापान और यूरोप से आने वाले यात्री के लिए लटाए गए है। कोरोना की खुराक लेने के बाद ग्रीन पास वैक्सीन दी जाती है। वहीं भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्टो स्पेरन्ज़ा ने इटाल के लोगों को अभी भी सावधानी बरती को कहा है। उन्होंने कहा कि यह एक उत्साहजनक परिणाम है, लेकिन सावधानी और विवेक की अभी भी आवश्यकता है, विशेष रूप से नए कोरोना वेरिएंट की वजह से। ‘लड़ाई अभी जीती नहीं गई है।’
इटली में कोविड-19 से की वजह से अब तक 127,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। लोगों ने इटली के उस दृश्य को भी देखा है जहां कोरोना वायरस से इटली के हालात कितने बत्तर हो गए थे। सेना की ट्रकों में ताबूत में लाशें ले जाई जा रहीं थी।