कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण ब्रिटेन और रूस में बढ़े मामले, ईरान में पांचवीं लहर का खतरा,

कोरोना महामारी की दो लहरों का सामना करने वाले ब्रिटेन और रूस में इस खतरनाक वायरस का कहर फिर बढ़ने लगा है। इस बार कोरोना का डेल्टा वैरिएंट कारण बन रहा है। नतीजन दोनों देशों में दैनिक मामले बढ़ते जा रहे हैं।

 

लंदन, एजेंसियां। कोरोना महामारी की दो लहरों का सामना करने वाले ब्रिटेन और रूस में इस खतरनाक वायरस का कहर फिर बढ़ने लगा है। इस बार कोरोना का डेल्टा वैरिएंट कारण बन रहा है। नतीजन दोनों देशों में दैनिक मामले बढ़ते जा रहे हैं। ब्रिटेन में बीते 24 घंटे के दौरान 27 हजार 125 नए मामले पाए गए। एक दिन पहले 27 हजार 850 केस मिले थे। करीब पांच महीने बाद एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में नए संक्रमित पाए गए।

रूस में भी बढ़ा खतरा

ब्रिटेन में बीते एक हफ्ते में डेल्टा वैरिएंट के 50 हजार 824 केस बढ़ गए हैं। इस वैरिएंट के कुल मामले एक लाख 61 हजार 981 हो गए हैं। वहीं रूस में बीते 24 घंटे में 24 हजार 439 नए संक्रमित पाए गए हैं। रूस के फेडरल रिस्पांस सेंटर ने शनिवार को बताया कि देश इन मामलों में से 7,447 मास्को में मिले। इस अवधि में देशभर में 697 मरीजों की मौत हुई है।

पाकिस्तान में फिर बढ़ रहे केस

आइएएनएस के अनुसार, पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण फिर बढ़ने लगा है। दैनिक मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। बीते 24 घंटे में 1,400 नए मामले पाए गए और 34 की मौत हो गई। एक दिन पहले 1,277 केस मिले थे।

ईरान में पांचवीं लहर का खतरा

समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को आगाह किया कि उनके देश में महामारी की पांचवीं लहर का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि देशभर में डेल्टा वैरिएंट फैल रहा है।

लगातार रूप बदल रहा कोरोना

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबरेसस ने आगाह किया कि इस समय दुनिया में कोरोना महामारी बेहद खतरनाक दौर में है। कोरोना के डेल्टा जैसे खतरनाक वैरिएंट अधिक संक्रामक होने के साथ ही लगातार स्वरूप भी बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन देशों में कम वैक्सीन लगी है, वहां अस्पतालों में फिर मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।

डेल्टा वैरिएंट ज्यादा संक्रामक

टेड्रोस ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘डेल्टा जैसे वैरिएंट ज्यादा संक्रामक हैं और कई देशों में तेजी से हावी हो रहे हैं। हम महामारी के बेहद खतरनाक दौर में हैं। अभी तक कोई देश खतरे से बाहर नहीं है। डेल्टा वैरिएंट खतरनाक है और यह समय के साथ और बदल रहा है। इस पर निरंतर नजर रखने की जरूरत है।’

98 देशों में पहुंचा यह वैरिएंट

डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस ने बताया कि अब तक 98 देशों में डेल्टा वैरिएंट मिल चुका है और उन देशों में यह तेजी से पांव पसार रहा है, जहां कम और ज्यादा टीकाकरण हुआ है। भारत में इस वैरिएंट की सबसे पहले पहचान हुई थी।

अपनाएं बचाव के उपाय

टेड्रोस ने बचाव के उपायों को दोहराते हुए कहा कि मास्क लगाना, शारीरिक दूरी के नियमों का पालन, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचना और घरों को हवादार रखने की पर्याप्त व्यवस्था महत्वपूर्ण है। टेड्रोस ने दुनियाभर के नेताओं से आग्रह किया कि वे एक साथ मिलकर यह सुनिश्चित करें कि अगले साल तक हर देश की 70 फीसद आबादी को टीका लग जाए।

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