जार्ज बुश ने की सेना वापसी की आलोचना, अफगानिस्तान ने तालिबान के पाक सीमा पर व्यापारिक शहर पर कब्जा के दावे को बताया गलत

अहम है बार्डर का यह शहर हर रोज 900 ट्रकों की आवाजाही। दूसरे शहरों पर भी नियंत्रण के लिए तालिबान ने की लड़ाई तेज। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश ने सेना वापसी की आलोचना की है।

 

काबुल, रायटर। अफगानिस्तान में तालिबान सुरक्षा बलों पर निरंतर भारी पड़ रहा है। तालिबान ने दावा किया है कि पाक को जाने वाले अहम राज मार्ग और पाक सीमा से लगे व्यापारिक शहर स्पिन बोल्डक पर उसका कब्जा हो गया है। इसके साथ ही कंधार, तालुकान, कुंदुज, काला-ए-नव जैसे शहरों पर कब्जे के लिए उसने संघर्ष तेज कर दिया है।

तालिबान ने कहा कि उसने पाक आने-जाने वाले अहम रास्ते और सीमा के व्यापारिक शहर स्पिन बोल्डक पर उसका नियंत्रण हो गया है। इस व्यापारिक शहर से राजमार्ग के जरिये पाक का रास्ता है। यहां से हर रोज सीमा पार नौ सौ से ज्यादा ट्रकों की आवाजाही होती है। दोनों देशों के बीच व्यापार के लिहाज से यह महत्वपूर्ण शहर है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने व्यापारिक शहर पर कब्जे की पुष्टि की है।

अफगान सरकार ने इस दावे को गलत बताया है। जनता का कहना है कि दोनों के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है। यह कहना मुश्किल है कि किसका कब्जा हो गया है। यह शहर कंधार प्रांत में आता है। जानकारों का मानना है कि तालिबान के कब्जे से अफगान सरकार को राजस्व की बहुत बड़ी हानि है।

जार्ज बुश ने की सेना वापसी की आलोचना

एपी के अनुसार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश ने सेना वापसी की आलोचना की है। उन्होंने जर्मन मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि निश्चित रूप से इसके परिणाम बहुत खराब होंगे। वे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं।

कई प्रांतों की राजधानी की भी घेराबंदी

आइएएनएस के अनुसार तालिबान ने कई प्रांतों की राजधानी की भी घेराबंदी कर ली है। कंधार शहर पर संघर्ष जारी है। ताखर प्रांत की राजधानी तालुकान, कुंदुज प्रांत की राजधानी कुंदुज और बादगीस प्रांत की राजधानी काला-ए-नव पर दोनों ओर से भीषण संघर्ष चल रहा है। गजनी को लेकर भी घमासान जारी है। कंधार में छोटे बच्चे भी हिंसा का शिकार हो रहे हैं।

मीरवाइज अस्पताल के एक डाक्टर ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 18 घायल लोग आए हैं। इनमें नौ बच्चे भी शामिल हैं। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि तालुकान शहर पर कब्जा करने का तालिबान का प्रयास विफल हो गया है। यहां 12 आतंकियों के शव छोड़कर तालिबानी आतंकी भाग गए हैं। तालिबान ने बामियान और गजनी प्रांत के तीन जिलों पर कब्जा कर लिया है।

दोहा में तालिबान और अफगान सरकार में वार्ता

एपी के अनुसार कतर की राजधानी दोहा में एक बार फिर तालिबान के साथ अफगान सरकार के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की वार्ता शुरू होने वाली है। इस वार्ता में अफगान सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला भाग लेंगे। वार्ता में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई के भाग लेने की भी संभावना है।

हिंसा बढ़ी तो 35 लाख से ज्यादा लोगों का हो सकता है पलायन

प्रेट्र के अनुसार संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी संस्था (यूएनएचआरसी) ने कहा है कि जनवरी से लेकर अब तक पौने तीन लाख से ज्यादा अफगानी नागरिक पलायन कर गए हैं। हिंसा की यही स्थिति रही तो शरणार्थियों की संख्या 35 लाख से ज्यादा हो जाएगी।

अलकायदा के संपर्क में है तालिबान

एएनआइ के अनुसार अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के सलाहकार वाहिद उमर ने कहा है कि तालिबान के अलकायदा से मजबूत संबंध हैं। दोनों मिलकर ही हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। यह अमेरिका और तालिबान के बीच हुए समझौते का खुला उल्लंघन है।

चीन ने कहा, अन्य आतंकवादियों के संपर्क में न रहे तालिबान

प्रेट्र के अनुसार चीन ने कहा है कि तालिबान को अलकायदा व अन्य आतंकी संगठनों से दूर रहना चाहिए। चीन की चिंता अलकायदा से संपर्क रखने वाले शिनजियांग प्रांत में सक्रिय उइगर मुस्लिम उग्रवादी संगठन को लेकर है। दुशांबे में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि अफगानिस्तान में गृह युद्ध से बचा जाना चाहिए। इस स्थिति को टालने के लिए सभी पक्षों के बीच वार्ता होना बेहद जरूरी है।

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