सीबीएसई ने छात्रों को नंबर देने व उनका ब्योरा तैयार करने के लिए स्कूलों को 20 मई तक का समय दिया है। 20 मई से सभी स्कूल ब्योरा अपलोड करेंगे। इसके लिए बोर्ड ने लिंक खोल दिया है। स्कूलों में मूल्यांकन कमेटी का गठन पहले ही किया जा चुका है।
गोरखपुर, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) ने दसवीं के छात्रों का परीक्षाफल तैयार करने के लिए मानक तय कर दिया है। बोर्ड ने सभी स्कूलों को उनके तीन वर्षों का परीक्षाफल का औसत उपलब्ध दिया है। जिसके आधार पर छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा। इसी आधार पर अगले एक हफ्ते में स्कूल छात्रों को नंबर देते हुए ब्योरा तैयार करेंगे। अंत में उनका परीक्षण कर 20 मई से उसे बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे।
पिछले तीन साल के विद्यालय के अच्छे परीक्षाफल को आधार बनाने के पीछे सीबीएसई का मकसद छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर अच्छे नंबरों के साथ परीक्षाफल घोषित करना है। ताकि छात्रों के साथ किसी तरह का अन्याय न हो सके। जनपद की बात करें तो यहां कई ऐसे स्कूल हैं जिनके यहां पिछले तीन साल में हाईस्कूल में कई टापर छात्र निकले हैं। ऐसे में कोरोनाकाल में बोर्ड का यह निर्णय उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। बोर्ड के इस मानक के तहत इन स्कूलों के छात्रों को अच्छे अंक मिलेंगे।
बोर्ड ने विषयवार भेजे हैं औसत अंक
सीबीएसई ने प्रत्येक विषय के अलग-अलग औसत अंक निकालकर स्कूलों को भेजा है। उसी औसत अंक के आधार पर उस विषय में छात्रों को आकलन करना होगा।
सीबीएसई ने छात्रों को नंबर देने व उनका ब्योरा तैयार करने के लिए स्कूलों को 20 मई तक का समय दिया है। 20 मई से सभी स्कूल ब्योरा अपलोड करेंगे। इसके लिए बोर्ड ने लिंक खोल दिया है। स्कूलों में मूल्यांकन कमेटी का गठन पहले ही किया जा चुका है। कमेटी के अध्यक्ष स्कूलों के प्रधानाध्यापक होंगे। उन्हीं अध्यक्षता में सात सदस्यीय शिक्षकों की कमेटी छात्रों का मूल्यांकन करेगी। कमेटी में पांच शिक्षक अपने विद्यालय के विभिन्न विषयों के होंगे। वहीं दो शिक्षक बाहरी विद्यालयों के होंगे। बोर्ड द्वारा 20 जून को 10वीं का रिजल्ट घोषित करने की तिथि निर्धारित की गई है। – अजीत दीक्षित, जिला समन्वयक, सीबीएसई
अब 20 तक स्थगित रहेगी माध्यमिक स्कूलों में आनलाइन पढ़ाई
कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर शासन के निर्देश पर सभी माध्यमिक स्कूलों में आनलाइन पढ़ाई 20 मई तक स्थगित रहेगी। इस दौरान शिक्षक घर से ही काम करते रहेंगे। पहले यह निर्देश 15 मई तक ही था। प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन भारती ने बताया कि शासन के निर्देश से सभी विद्यालयों को अवगत करा दिया गया है। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि इस अवधि के दौरान जिला प्रशासन या सक्षम अधिकारी द्वारा शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को दिए जाने वाले प्रशासकीय कार्य व दायित्वों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करना होगा।