डीआरडीओ का अवध शिल्प ग्राम में बन रहा कोविड अस्पताल शुक्रवार से 24 घंटे के ट्रायल के फेज से गुजरेगा। यहां सेना के डॉक्टर और मिलिट्री नर्सिंग सेवा (एमएनएस) की अधिकारी शुक्रवार से अस्पताल के लाइफ सपोर्ट सिस्टम को परखेंगी।
लखनऊ, डीआरडीओ का अवध शिल्प ग्राम में बन रहा कोविड अस्पताल शुक्रवार से 24 घंटे के ट्रायल के फेज से गुजरेगा। यहां सेना के डॉक्टर और मिलिट्री नर्सिंग सेवा (एमएनएस) की अधिकारी शुक्रवार से अस्पताल के लाइफ सपोर्ट सिस्टम को परखेंगी। साथ ही हर इमरजेंसी के लिए रिस्पॉन्स टाइम तय करने की लिए मॉक ड्रिल भी किया जाएगा। गुरुवार को मध्य कमान के मेजर जनरल मेडिकल अरविंदम और सेंट्रल मिलिट्री पुलिस के सीओ कर्नल बलराज शर्मा सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने डीआरडीओ अस्पताल की तैयारियां परखी।
डीआरडीओ अवध शिल्प ग्राम में 500 बेड का कोविड अस्पताल तैयार कर रहा है। इस अस्पताल का नाम अटल बिहारी वाजपेयी कोविड अस्पताल होगा। डीआरडीओ ने अस्पताल को मरीजो के लिए भर्ती प्रक्रिया को 30 अप्रैल से शुरू करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर जिस कम्पनी से आईसीयू बेड की आपूर्ति होना था, वहां कई श्रमिको के कोरोना संक्रमित होने से इसकी उपलब्धता में देरी से यह अस्पताल एक दिन की देरी से शुरू हो सकेगा। सेना ने डीआरडीओ के इस अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता के दूसरे विकल्प को भी तैयार करने का निर्देश दिया है।।जिससे अब यहां लगे 20 हजार लीटर की क्षमता वाले मेडिकल ऑक्सीजन टैंक के अलावा ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भी लगाया जाएगा। जिससे मरीजो को 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहे।
आएंगे विशेषज्ञ: सेना के तीन शहरों से आईसीयू के 25 विशेषज्ञ डॉक्टर लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी कोविड अस्पताल में सेवा देंगे। तीनो सेनाओं के साथ इनमें दिल्ली के सेना के सबसे बड़े रेफरल और रिसर्च अस्पताल से भी डॉक्टर आएंगे। वही कई आर्मी फील्ड अस्पताल से 80 एमएनएस अधिकारियों की तैनाती भी की जाएगी। साथ ही लखनऊ में यूपी सरकार की ओर से भी डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात होगा।
सेंट्रल पॉइंट पर सारी सुविधा: इस कोविड अस्पताल में जहां एम्बुलेंस से उतारकर ट्राई एज भवन में कोविड 19 संक्रमित मरीज की स्क्रीनिंग की जाएगी ।।वही उनको यहां से आईसीयू या ऑक्सीजन वाले जनरल वार्ड में भेजा जाएगा। आईसीयू व जनरल वार्ड के बीच मे ही रोगी की जांच के लिए एक्सरे की सुविधा, उनके सैंपल लेकर जांच के लिए लैब और दवाखाना भी होगा।
सीएमओ के कमांड सेंटर से होगी भर्ती: डीआरडीओ के इस अस्पताल में सीधे भर्ती की व्यवस्था नही होगी।।रोजाना खाली बेड के आधार पर लालबाग स्थित कोविड कमांड सेंटर से सीएमओ प्रशासन मरीजो को एम्बुलेंस से इस अस्पताल में भेजेगा।
बेस अस्पताल के 150 बेड सीएमओ को दिए: सेना ने अपने जवानों, अफसरों, जेसीओ, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए दिल्ली की तरह बेस अस्पताल को कोविड केअर सेंटर बनाया है। लखनऊ में एक एक बेड पर भर्ती की दिक्कत को देखते हुए ही सेना ने अपने इस अस्पताल के 150 सीएमओ के नियंत्रण वाले कोविड कमांड सेंटर को दे दिया है।।