Gold और Silver के रेट में बुधवार को तेजी रही। MCX पर दिसंबर डिलीवरी का सोना 47407 रुपए प्रति 10 ग्राम ऊपर बोला गया। इसमें 127 रुपए की बढ़ातरी दर्ज की गई। वहीं दिसंबर डिलीवरी की चांदी भी 150 रुपए ऊपर 64600 रुपए प्रति किलो बोली गई।
नई दिल्ली, पीटीआइ। Gold और Silver के रेट में बुधवार को तेजी रही। MCX पर दिसंबर डिलीवरी का सोना 47407 रुपए प्रति 10 ग्राम ऊपर बोला गया। इसमें 127 रुपए की बढ़ातरी दर्ज की गई। वहीं दिसंबर डिलीवरी की चांदी भी 150 रुपए ऊपर 64600 रुपए प्रति किलो बोली गई। इससे पहले अंतराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में उछाल के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 256 रुपये की तेजी के साथ 46,580 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। सोमवार के कारोबारी सत्र में सोना 46,324 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
चांदी की कीमत भी 188 रुपये की तेजी के साथ 62,328 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले कारोबारी सत्र में यह 62,140 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना तेजी दर्शाता 1,782 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 23.72 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि मंगलवार को न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने की हाजिर कीमत लगभग एक प्रतिशत की तेजी के साथ 1,782 डॉलर प्रति औंस हो गयी। डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी बांड आय में गिरावट के कारण मंगलवार को सोने की कीमत में तेजी आई।
इस बीच, विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) ने कहा है कि भारत में जारी कोविड से संबंधित व्यवधानों के बाद इस साल सोने की मांग कम रहने की संभावना है।
परिषद ने एक रिपोर्ट में कहा है कि हालांकि कीमती धातु की मांग में कमी के बाद वर्ष 2022 में मजबूत मांग का दौर शुरू होने की संभावना है। रिपोर्ट- ‘द ड्राइवर्स ऑफ इंडियन गोल्ड डिमांड’ के अनुसार, कोविड -19 की रोकथाम के लिये लंबे समय से जारी अभियान के बाद, इस साल सोने की मांग अपेक्षा से कम रह सकती है।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि आयात मजबूत बना हुआ है और खुदरा मांग में तेजी आने की उम्मीद है, क्योंकि देश भर में प्रतिबंध धीरे-धीरे हटाए जा रहे हैं। इसमें कहा गया है कि वर्ष 2022 में, आर्थिक वृद्धि और सोने की मांग में कमी के प्रभाव के बाद मजबूत मांग के दौर की शुरुआत होने की संभावना है, हालांकि भविष्य में कोरोना वायरस संक्रमण का बढ़ना अधिक अनिश्चितता पैदा कर सकता है।