भारत के हाथों ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज में हार के बाद आलोचकों के निशाने पर रहे टीम के हेड कोच जस्टिन लैंगर ने उनकी कोचिंग शैली की आलोचनाओं को ‘चेतावनी’ करार देते हुए कहा कि वह इन्हें नजरअंदाज नहीं करेंगे। भारतीय टीम ने कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम के खिलाफ चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीती थी। ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ के अनुसार, नेशनल टीम के कुछ खिलाड़ी लैंगर की कोचिंग शैली से खुश नहीं हैं।
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लैंगर ने इस रिपोर्ट को बकवास करार दिया लेकिन उन्होंने आलोचनाओं को शानदार गिफ्ट के तौर पर स्वीकार किया। उन्होंने कहा, ”मैं निश्चित तौर पर इसको नजरअंदाज नहीं कर रहा हूं और यह मेरे लिए एक वॉर्निंग है। जब भी मैं अपने कोचिंग करियर का समापन करूंगा, उम्मीद है कि तब भी खुद को नौसिखिया कोच ही कहूंगा। मैं इन आलोचनाओं को अगले कुछ सप्ताह या महीनों तक शानदार गिफ्ट के तौर पर लूंगा।”
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इस पूर्व सलामी बल्लेबाज के कॉन्ट्रैक्ट में अभी 18 महीने का समय बचा है। उन्होंने कहा, ”मेरी जिंदगी के सबसे अच्छे मेंटोर वे लोग हैं जो मुझसे सच्ची बात कहते हैं और मेरी आलोचना करने से नहीं हिचकिचाते हैं। मुझे हमेशा इस तरह की ईमानदार प्रतिक्रिया चाहिए। हो सकता है कि कभी मुझे यह अच्छा न लगे लेकिन यह उपयोगी होती है।”