इंग्लैंड और भारत के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। सीरीज के पहले दो टेस्ट मैचों के बाद दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। पहला टेस्ट इंग्लैंड ने 227 रनों से जीता तो वहीं दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने 317 रनों से बड़ी जीत दर्ज की। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने बताया है कि इंग्लैंड को अगले दो टेस्ट मैचों में किस कमी पर सबसे ज्यादा काम करने की जरूरत है। नासिर हुसैन ने इंग्लैंड टीम को लताड़ते हुए कहा कि भारतीय पिचों की स्थिति का रोना रोने के बजाय इंग्लैंड को अपने स्पिन डिपार्टमेंट की कंसिस्टेंसी पर ध्यान देने की जरूरत है।
हुसैन ने कहा कि डॉम बेस का लेंथ को बरकरार नहीं रख पाना इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है। हुसैन ने ‘स्काय स्पोर्ट्स’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘इंग्लैंड को पिच, टॉस, डीआरएस, अंपायर या इस तरह की किसी भी चीज का रोना रोने के बजाय उन डिपार्टमेंट्स में सुधार करना चाहिए जिनमें वह कमतर नजर आया। मुझे उम्मीद है कि वे ऐसा करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘भले ही उन्हें विकेट मिलते रहें, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा स्पिन डिपार्टमेंट में कंसिस्टेंसी का अभाव रहा। यह केवल इस टेस्ट मैच की बात नहीं है। अगर आप श्रीलंका दौरे पर ध्यान दो तो जैक लीच और डॉम बेस ने विकेट लिए लेकिन खासकर बेस की लेंथ में निरंतरता का अभाव रहा।’
‘मोईन अली ने कुछ गेंदें अच्छी फेंकी’
हुसैन ने कहा कि भारतीय स्पिनरों ने इंग्लैंड के स्पिनरों की तुलना में बेहतर गेंदबाजी की और अनुभवी मोईन अली का भी अपनी गेंदों पर कंट्रोल नहीं था हालांकि वह 2019 में एशेज के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘अली ने आठ विकेट (दूसरे टेस्ट में) लिए और उसने कुछ बेहतरीन गेंद की जैसे कि वह गेंद जिस पर उसने पहली पारी में विराट कोहली का विकेट लिया और उन्हें मैच में दो बार आउट किया लेकिन मोईन ने खुद स्वीकार किया कि पहली पारी में उनका अपनी गेंदों पर पूरा कंट्रोल नहीं था और आप स्पिनरों के लिए मददगार पिच पर 128 पर चार विकेट का प्रदर्शन नहीं चाहते थे।’
हुसैन ने बताया इंग्लैंड की हार का कारण
हुसैन ने कहा, ‘अगर आप तुलना करो तो भारत के दो स्पिनरों ने कैसे गेंदबाजी तो उन्होंने कुछ जादुई नहीं किया बल्कि उनका अपनी गेंदों पर कंट्रोल रहा। अगर आप मुझसे इंग्लैंड की हार का मुख्य कारण पूछोगे तो मैं कहूंगा कि देखिए भारत के दो स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल ने कैसी गेंदबाजी की। इंग्लैंड के स्पिनरों की तुलना में उन्होंने अधिक कंसिस्टेंसी दिखाई।’