लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी कई दशक पुरानी बसंत कुंज योजना में मूलभूत सुविधाओं का ग्राफ बढ़ाने जा रहा है। उद्देश्य होगा कि अगर आवंटी अपना भूखंड खोजने आए तो उसे अपने भूखंड तक पहुंचने के लिए परेशान न होना पड़े।
लखनऊ, लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी कई दशक पुरानी बसंत कुंज योजना में मूलभूत सुविधाओं का ग्राफ बढ़ाने जा रहा है। उद्देश्य होगा कि अगर आवंटी अपना भूखंड खोजने आए तो उसे अपने भूखंड तक पहुंचने के लिए परेशान न होना पड़े। इसके लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) हर सेक्टर में साइन बोर्ड लगवाने के साथ ही सेक्टर के साइन बोर्ड में भी भूखंड संख्या का उल्लेख करेगा और बताने का प्रयास करेगा कि इस लेन में कौन-कौन से भूखंड नंबर हैं। इस नई सुविधा से अपने भूखंड देने वाले आवंटियों को राहत मिलेगी। वहीं अपने 36 साल पुरानी योजना को फिर से बेहतर करने जा रहा है।
योजना देख रहे लविप्रा के नजूल अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि जल्द ही लविप्रा की टीम मौके का स्थलीय निरीक्षण करेगी। हर सेक्टर का निरीक्षण करने के बाद जहां जरूरत होगी, उसके हिसाब से पूरा खाका तैयार किया जाएगा। मौके का तहसीलदार भी निरीक्षण करेंगे।
उन्होंने बताया कि योजना के भूखंड जो मिसिंग हैं, उनके बारे में भी स्थलीय निरीक्षण करके उन्हें खोजा जाएगा। बसंत कुंज योजना से 45 भूखंड मिसिंग में है। यह भूखंड मिलने के बाद लविप्रा इन्हें भी बेचेगा। वहीं 155 से अधिक भूखंड अभी खाली है। इस तरह लविप्रा सभी सेक्टर में भूखंड निकाले जा रहे हैं। ढाई से तीन सौ भूखंड होते ही लविप्रा दीपावली तक इन भूखंडों को बेचने के लिए पंजीकरण या फिर नीलामी लगा सकता है। वर्तमान में लविप्रा बसंत कुंज योजना के आवंटियों की सुविधा के लिए भूखंडों तक पहुंचने के लिए सड़के बनवा रहा है और सीवर लाइन दुरुस्त करवाई जा रही है।
आबादी बसते ही पार्क को किया जाएगा बेहतर: लविप्रा अफसरों ने बताया कि पार्क का सुन्दरीकरण आबादी बसते ही शुरू हो जाएगा। वर्तमान में पार्क का रखरखाव नहीं किया जा रहा है। आबादी बसते ही चरणबद्ध तरीके से पार्क का सुन्दीकरण किया जाएगा।