सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ONDC पर अब हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम प्रोडक्ट्स मिलेंगे। केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्रालय की ओर से बताया गया इसके लिए ओएनडीसी और सेट्रल कॉटेड इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन के बीच साझेदारी की गई है। CCIC टेक्सटाइल मंत्रालय के अंतर्गत आती है। ये उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट को प्रमोट डेवलप और मार्केटिंग करती है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सरकार की ओर से रविवार को जानकारी दी गई कि सेट्रल कॉटेड इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) में शामिल किया गया है। इसके बाद ओेएनडीसी यूजर्स आसानी से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन ही खरीद सकते हैं। इससे लेकर केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्रालय की ओर से कहा गया कि ओएनडीसी और सीसीआईसी के बीच हुई साझेदारी से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम प्रोडक्ट्स की बड़ी रेंज ग्राहकों के लिए आसानी से उपलब्ध होगी। इससे सीसीआईसी को मार्केट मिलेगा, जहां ग्राहक आसानी से ऑनलाइन ही इन उत्पादों को ओएनडीसी नेटवर्क पर खरीद सकते हैं।
क्या है सेट्रल कॉटेड इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन?
सेट्रल कॉटेड इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड टेक्सटाइल मंत्रालय के अंतर्गत आती है। यह एक संस्था है जो उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट को प्रमोट, डेवलप और मार्केटिंग करती है।
क्या है ONDC?
ओएनडीसी का पूरा नाम ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स है। ये पूरी तरह से सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है। इसका उद्देश्य छोटे दुनकानदारों और व्यापारियों को एक अच्छा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है, जिससे कि बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे अमेजन और फ्लिपकार्ट के वर्चस्व को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
ओएनडीसी की खासियत है कि ये खरीदार और विक्रेता के बीच में सीधे संपर्क स्थापित करता है। इससे ऑनलाइन सामान ही नहीं, बल्कि खाना, ग्रॉसरी आदि भी ऑर्डर कर सकते हैं। पिछले दिनों ओएनडीसी पर पॉपुलर लोकप्रिय फूड डिलेवरी ऐप से सस्ता खाना मिलने की स्टोरी काफी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।
ओएनडीसी पर सस्ता सामान मिलने की वजह इस पर अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की अपेक्षा कम कमीशन का होना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, आमतौर पर ओएनडीसी पर अधिकतम कमीशन 4 प्रतिशत तक होता है।