रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआइ) ने रिटेल क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए सरकार से तत्काल मदद की गुहार लगाई है। एसोसिएशन ने गुरुवार को कहा कि खुदरा उद्योग में काम कर रहे श्रमिकों और कारोबार को तत्काल मदद की जरूरत है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआइ) ने रिटेल क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए सरकार से तत्काल मदद की गुहार लगाई है। एसोसिएशन ने गुरुवार को कहा कि खुदरा उद्योग में काम कर रहे श्रमिकों और कारोबार को तत्काल मदद की जरूरत है, क्योंकि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए लागू किए गए प्रतिबंधों से वे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आरएआइ ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन की अवधि लगातार बढ़ाई जा रही है। ऐसे में रिटेल कारोबारियों और उनके यहां काम कर रहे कर्मचारियों के लिए रोजी-रोटी तक का संकट है।
संगठन का कहना था कि कोरोना संकट की दूसरी लहर की तीव्रता में कई क्षेत्र के कारोबारियों के लिए अपने कारोबार को बचाए रखना लगातार मुश्किल हो रहा है। इसलिए उद्योगों को भी तत्काल आर्थिक मदद की दरकार है। इन छोटे व खुदरा कारोबारियों को आपूर्ति करने वाले लाखों सूक्षम, लघु और मझोले उद्यमों यानी एमएसएमई सेक्टर को भी अन्य औद्योगिक इकाइयों से भुगतान मिलना रुक सा गया है। आरएआइ का कहना था कि लॉकडाउन के चलते कारोबार भले ही बंद हों, लेकिन खुदरा कारोबारियों को वेतन, न्यूनतम बिजली बिल, किराया, संपत्ति कर जैसे अनिवार्य मदों में भुगतान करना ही होगा।
आरएआइ के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा कि खुदरा क्षेत्र को बचाए रखने के लिए सरकार को दो कदम तत्काल उठाने होंगे। इनमें प्राथमिकता के आधार पर खुदरा क्षेत्र के कर्मचारियों का टीकाकरण और इस क्षेत्र के कारोबार को तुरंत वित्तीय सहायता मुहैया कराना प्रमुख हैं। राजगोपालन का कहना था कि खुदरा दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों का संपर्क रोजाना बहुत से लोगों से होता है, लिहाजा वे अत्यधिक जोखिम में हैं।