पीजीआइ में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज कमल किशोर (35) ने कोरोना के चौथे तल से कूदकर गुरुवार दोपहर जान दे दी। बीते 18 अप्रैल को कमल किशोर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। इसके बाद से उनका को पीजीआइ के कोरोना हास्पिटल में इलाज चल रहा था।
लखनऊ, एसजीपीजीआइ के ट्रामा सेंटर कोविड अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज कमल किशोर (35) ने कोरोना के चौथे तल से कूदकर गुरुवार दोपहर जान दे दी। बीते 18 अप्रैल को कमल किशोर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। इसके बाद से उनका को पीजीआइ के कोरोना हास्पिटल में इलाज चल रहा था। मृतक के पिता का आरोप है कि बेटे ने दोपहर फोन कर अस्पताल में ठीक से इलाज न मिलने की शिकायत की। इसके बाद कूदकर आत्महत्या कर ली।
सीतापुर बिसवां मानपुर निवासी कमल किशोर किसान था। कमल के पिता मनोहर लाल ने बताया कि बेटे की किडनी खराब थीं। तीन साल से उसका इलाज और डायलिसिस पीजीआइ से चल रही थी। बेटा पीजीआइ में भी भर्ती था। 18 अप्रैल को उसकी कोविड रिपोर्ट पाजिटिव आयी थी। इसके बाद पीजीआइ के ट्रामा सेंटर कोविड अस्पताल में बेटे का इलाज चल रहा था। मनोहर लाल ने बताया कि वह और उनकी बहू घर चले गए थे। गुरुवार करीब 11ः30 बजे बेटे ने फोन किया और कहा कि अस्पताल में इलाज नहीं मिल रहा है। पेट फूल रहा है बहुत परेशान हूं। इसके बाद उसने फोन काट दिया। फोन मिलाता रहा पर कोई रिसीव नहीं हुआ। कुछ देर बाद अस्पताल से फोन आया की बेटे की तबियत ज्यादा बिगड़ गई है। अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि उसकी मौत हो गई है। डाक्टरों ने बताया कि करीब 12 दोपहर बेटे ने चौथे तल से छलांग लगा दी।
अस्पताल के कर्मचारी नीचे पहुंचे तो बेटा खून से लथपथ हाल पड़ा था। डाक्टरों ने देखा तो पता चला कि बेटे की सांसे थम गई हैं। मनोहर लाल ने बताया कि परिवार में बेटे की पत्नी नीलू और बेटा अभय है।.